सरकारी अस्पताल से बाहर निजी प्रैक्टिस करनेवाले डॉक्टरों पर गिरेगी गाज : मंत्री

रांची{ गहरी खोज }: रिम्स सहित राज्यभर के सरकारी अस्पतालों में ड्यूटी करनेवाले डॉक्टरों पर गाज गिरेगी। ड्यूटी के दौरान अस्पताल से बाहर निजी प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टरों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह बातें स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के मंत्री डॉ इरफान अंसारी ने रिम्स सभागार में कही।
मंत्री शनिवार को राजेन्द्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) रांची में शासी परिषद की महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे। इस दौरान उन्होंने रिम्स की बेहतरी के लिए कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। साथ ही 16 अहम एजेंडों पर समीक्षा की गई। मंत्री ने कहा कि सरकार की मंशा रिम्स को देश के बेहतरीन संस्थानों की श्रेणी में लाने की है। इसके लिए हर स्तर पर ठोस बदलाव की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के मार्गदर्शन में यह सुधार अभियान लगातार जारी है। उन्होंने कहा कि आनेवाले समय में मरीजों को बेहतर इलाज और आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी।
मौके पर उन्होंने रिम्स की व्यवस्था सुधारने की दिशा में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि प्रबंधन तत्काल रिम्स में एमआरआई मशीन की खरीद प्रक्रिया को पूरा करें। ट्रॉमा सेंटर में खराब पड़े वेंटीलेटरों को मरम्मत किया जाए या बदलने की कार्रवाई यथाशीघ्र पूरा हो। मंत्री ने रिम्स की साफ-सफाई और बिल्डिंग की मरम्मत पर विशेष ध्यान देने पर जोर दिया। बैठक में शाही परिषद की अगली बैठक आगामी नौ अक्टूबर को आयोजित करने पर सहमति बनी। इसमें शेष प्रस्तावों पर विस्तार से चर्चा होगी। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा कि बैठक में किए गए समीक्षा के अनुसार निदेशक को कई बिंदुओं पर तत्काल कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है। जिनमें जल्द ठोस सुधार दिखाई देंगे।
वहीं, रिम्स निदेशक ने इस बैठक को सकारात्मक और परिणाम दायक बताया। निदेशक ने भरोसा दिलाया कि आनेवाले दिनों में अस्पताल की व्यवस्था में बड़ा बदलाव दिखेगा। बैठक में मुख्य रूप से जस्टिस अमरेश्वर सहाय, रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, स्थानीय विधायक सुरेश कुमार बैठा, अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह, रांची विश्वविद्यालय के कुलपति, रिनपास निदेशक, वित्त विभाग के प्रधान सचिव, प्रमंडलीय आयुक्त और रिम्स निदेशक सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।