मोदी ने आइजोल को दिल्ली से रेल नेटवर्क से जोड़ने वाली राजधानी एक्सप्रेस, दो अन्य ट्रेन को दिखाई हरी झंडी

आइजोल{ गहरी खोज }: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को मिजोरम की राजधानी आइजोल को रेल नेटवर्क से जोड़ने वाली बरबई से सायरंग तक बनी नयी रेल लाइन पर ट्रेन परिचालन का शुभारंभ करने के साथ ही सायरंग से दिल्ली जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस, सायरंग से कोलकाता और सायरंग से गुवाहाटी जाने वाली ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
श्री मोदी मौसम की खराब के कारण समारोह स्थल तक नहीं पहुंच पाये और उन्होंने हवाई अड्डा से आभासी माध्यम से इन ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई।
आइजोल से दिल्ली जाने वाली इस राजधानी एक्सप्रेस के शुरू होने के बाद यह पूर्वोत्तर राज्यों की चौथी राजधानी हो गयी है, जो देश की राजधानी से रेल मार्ग से जुड़ गयी।
श्री मोदी ने 05609 बरबई से कोलकाता, 05610 सायरंग से गुवाहाटी ओर सायरंग से आनंद विहार टर्मिनल (दिल्ली) के बीच चलने वाली ट्रेनों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
रेलवे बोर्ड के कार्यकारी निदेशक (सुचना एवं प्रचार ) दिलीप कुमार ने बताया कि बरबई से सायरंग के बीच बनी नयी रेल लाइन पर्वतीय क्षेत्र होकर गुजरी है, इस क्षेत्र में रेल लाइन बनाना बड़ा दुष्कर कार्य था, लेकिन रेलवे के अभियंताओं और कर्मचारियों ने कठिन परिश्रम से यह कार्य पूरा कर दिखाया है।
उन्होंने बताया कि इस लाइन पर 45 सुरंगे और 55 बड़े तथा 88 छोटे पुल हैं। पांच रोड ओवर ब्रिज और छह रोड अंडर ब्रिज हैं। पुल क्रमांक 144 तो रेलवे पुलों में दूसरा सबसे ऊँचा पुल है। इसकी ऊंचाई दिल्ली की कुतुब मीनार से भी अधिक है, 114 मीटर ऊंचा यह पुल कुतुब मीनार से 42 मीटर ऊंचा है। बरबई से सायरंग के बीच की पूरी रेल लाइन हरे-भरे पहाड़ों और घाटियों के बीच होकर गुजरती है।
श्री कुमार ने बताया कि इस लाइन के बन जाने से मिजोरम की राजधानी आइजोल रेल नेटवर्क से जुड़ जायेगी। इससे यहां के लोगों को देश के अन्य स्थानों पर आने-जाने में बड़ी सहूलियत होगी। देश के अन्य भागों से यहां माल ढुलाई आसान हो जायेगी तथा यहां के उत्पाद दूसरी जगहों पर भी रेल मार्ग से भेजा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि इससे रोजगार के अवसर बढ़ने के साथ ही यहां के लोगों की आय भी बढ़ेगी। आवागमन के साधन सुलभ हो जाने से यहां पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।