जंगल से पकड़ी नकली शराब बनाने की फैक्ट्री

चित्तौड़गढ़{ गहरी खोज }: आबकारी चित्तौड़गढ़ ने अवैध नकली शराब बनाने वालों के खिलाफ एक पखवाड़े में ही लगातार दूसरी बड़ी कार्रवाई की है। जंगल में दबिश देकर नकली शराब बनाने की फैक्ट्री पकड़ी है। इसके अलावा मौके से नकली तैयार शराब मिली है। इस संबंध में प्रकरण दर्ज कर आबकारी की ओर से कार्रवाई जारी है।
जानकारी के अनुसार आबकारी आयुक्त उदयपुर एवं जिला कलक्टर चित्तौड़गढ़ के निर्देशों पर संयुक्त टीम ने दबिश दी। जिला आबकारी अधिकारी गजेंद्रसिंह राजपुरोहित के नेतृत्व में पूर्व में दर्ज प्रकरण में आगे अनुसंधान कर गुप्त सूचना पर चंदेरिया थाना क्षेत्र में गांव पारोली व बोरदा के बीच जंगल व पहाड़ी क्षेत्र में दबिश दी। यहां से नकली शराब बनाने का बड़ा जखीरा पकड़ा। कार्रवाई के दौरान खदानों के खड्डों में प्लास्टिक की तिरपाल से ढके कार्टन व कट्टों में भारी मात्रा में शराब बनाने की सामग्री बरामद की गई। इनमें 180 एमएल के 6600 खाली पव्वे, काउन्टी क्लब, व्हाइटलेस वोडका व राणा देशी शराब के करीब 25,750 नकली ढक्कन, काउन्टी क्लब विस्की व व्हाइटलेस वोडका के 24,988 नकली लेबल, 8,270 नकली होलोग्राम का रोल बरामद किए। इसके अलावा 96 पव्वों में भरी नकली शराब, ग्लोब्स स्ट्रीट लिमिटेड व अन्य कंपनियों के 410 कार्टन, दो लीटर ऐसेन्स, गिलिसरीन, रंगयुक्त तरल पदार्थ, फूड कलर, सील, स्टाम्प पैड, नकली टैपरोल व शराब साफ करने का ब्रश जब्त किए गए। जिला आबकारी अधिकारी गजेंद्रसिंह राजपुरोहित ने बताया कि इससे पहले कपासन आबकारी वृत्त में दर्ज प्रकरण में गिरोह के 5 आरोपित प्रहलाद जायसवाल, रविन्द्र सिंह राठौड़, प्रकाश जाट, नरेन्द्र सिंह व रमेश अहीर को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जा चुका है। अब बरामद नकली शराब व सामग्री से उनकी संलिप्तता की जांच की जा रही है।