ब्लूटूथ डिवाइस से नकल कर चयनित हुए दो कनिष्ठ लिपिक गिरफ्तार

जयपुर{ गहरी खोज }: स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने कार्रवाई करते हुए राजस्थान हाईकोर्ट की ओर से कनिष्ठ न्यायिक (सहायक लिपिक ग्रेड सेकंड और लिपिक ग्रेड सेकंड) के पदों पर सीधी भर्ती के लिए संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा-2022 में ब्लूटूथ डिवाइस से नकल कर पास चयनित हुए दो कनिष्ठ लिपिकों को गिरफ्तार किया गया है। एसओजी की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि दोनों ही गिरफ्तार आरोपितों ने नकल गिरोह के मास्टरमाइंड से पांच—पांच लाख रुपए में सौदा किया था। जो पिछले छह माह से फरार चल रहे थे। फिलहाल आरोपितों से पूछताछ की जा रही है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी एसओजी) वीके सिंह ने बताया कि ब्लूटूथ से नकल कर कनिष्ठ लिपिक बनने वाले आरोपी राकेश जाखड़ (24) और ओमप्रकाश जाट (30) को गिरफ्तार किया है और दोनो ही आरोपित कुचेरा जिला नागौर के रहने वाले है। कनिष्ठ लिपिक राकेश जाखड़ वर्तमान में अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट क्रम संख्या-4 उदयपुर के पदस्थापित था। जो पिछले करीब 8 महीने से स्वैच्छिक रूप से अनुपस्थित होकर फरार चल रहा था। वहीं अन्य आरोपित राकेश जाखड़ का छोटा भाई बीरबल जाखड़ भी इसी परीक्षा में ब्लूटूथ डिवाइस से नकल करके कनिष्ठ लिपिक के पद पर चयनित हुआ था। बीरबल जाखड़ को पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है। आरोपित ओमप्रकाश जाट वर्तमान में अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट क्रम संख्या-1 ब्यावर में पदस्थापित था। वह भी पिछले सात महीने से स्वैच्छिक रूप से अनुपस्थित होकर फरार चल रहा था। कनिष्ठ लिपिक ओमप्रकाश को ईओ—आरओ भर्ती परीक्षा-2022 ब्लूटूथ से नकल कर पास करने के आरोप में एसओजी ने अक्टूबर-2024 में गिरफ्तार किया था।
सिंह ने बताया कि राजस्थान हाईकोर्ट की ओर से कनिष्ठ न्यायिक (सहायक लिपिक ग्रेड सेकेंड और लिपिक ग्रेड सेकेंड) के पदों पर सीधी भर्ती के लिए संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा-2022 का आयोजन किया गया था। अजमेर के गीत गणपति प्राइवेट आईटीआई में राकेश जाखड़ का परीक्षा सेंटर आया था और वहीं नागौर के गीत श्रीमती रतन बहन राजमल चौधरी राजकीय बालिका सीनियर सैकंडरी स्कूल में ओमप्रकाश का परीक्षा सेंटर था। नकल गैंग के मुख्य आरोपित पौरव कालेर ने मोबाइल के जरिए राकेश जाखड़ और ओमप्रकाश जाट को परीक्षा सेंटर में ब्लूटूथ डिवाइस से प्रश्न-पत्र के उत्तरों की नकल करवाई थी। नकल करवाने के लिए राकेश जाखड़ और ओमप्रकाश का पांच—पांच लाख रुपए में पौरव कालेर से सौदा तय हुआ था। ब्लूटूथ से नकल कर परीक्षा पास करने पर दोनों कनिष्ठ श्रेणी लिपिक (ग्रेड-द्वितीय) के पद पर चयनित हो गए।