महायोगी गोरखनाथ विवि को अब एमबीबीएस की 150 सीटों की मान्यता

गोरखपुर{ गहरी खोज }: गोरखपुर में निजी क्षेत्र के पहले विश्वविद्यालय महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय आरोग्यधाम के मेडिकल कॉलेज (श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर) को नेशनल मेडिकल कमीशन से अब एमबीबीएस पाठ्यक्रम के लिए 150 सीटों की मान्यता मिल गई है। इसके पहले गत शैक्षिक सत्र में नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) ने 100 सीटों की मान्यता दी थी। श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर की अपील पर जांचोपरांत एनएमसी ने अब एमबीबीएस की 50 और सीटों के लिए मान्यता प्रदान कर दी है।
यह जानकारी देते हुए श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के प्राचार्य डॉ. अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि अब इस वर्ष बढ़ी 50 सीटों सहित 150 एमबीबीएस सीटों पर प्रवेश लिया जाएगा। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर द्वारा एमबीबीएस सीटों की संख्या बढ़ाने के लिए की गई अपील के परीक्षण में एनएमसी ने पाया कि 150 एमबीबीएस सीटों के लिए जरूरी हॉस्पिटल क्रियाशील है। साथ ही अन्य सभी आवश्यक इंफ्रास्ट्रक्चर, फैकल्टी भी मानक के अनुरूप हैं। इसे देखते हुए एनएमसी में मेडिकल एसेसमेंट एंड रेटिंग बोर्ड के प्रेसिडेंट डॉ. एमके रमेश ने 9 सितम्बर को श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर को सत्र 2025-26 के लिए एमबीबीएस की 150 सीटों पर मान्यता प्रदान करने के सम्बंध में परमिशन लेटर जारी किया है।
महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय को एमबीबीएस कोर्स संचालन को लेकर यह बड़ी उपलब्धि विश्वविद्यालय स्थापना के मात्र चार साल में हासिल हुई है। नर्सिंग, पैरामेडिकल, फार्मेसी के तमाम रोजगारपरक पाठ्यक्रमों के साथ ही यहां गुरु श्री गोरक्षनाथ इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के अंतर्गत 2021 से ही बीएएमएस का पाठ्यक्रम संचालित है। एमबीबीएस की मान्यता बढ़कर 150 सीटों पर पहुंचने पर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सुरिंदर सिंह ने विश्वविद्यालय परिवार एवं पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगों को बधाई देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के कुलाधिपति योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में यह समूचे पूर्वांचल के युवाओं के लिए बड़ी सौगात है।
कुलपति ने बताया कि इस मेडिकल कॉलेज का हॉस्पिटल आने वाले समय में अपग्रेड होकर 1800 बेड का अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त हो जाएगा। महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद द्वारा महायोगी गुरु गोरखनाथ विश्वविद्यालय में स्थापित यह मेडिकल कॉलेज गोरक्षपीठाधीश्वर एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट भी है।
श्री गोरक्षनाथ मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के प्राचार्य डॉ. अनुराग श्रीवास्तव के अनुसार पहले वर्ष इस मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की 100 सीटों पर प्रवेश हुआ था। पहले बैच की पढ़ाई शानदार तरीके से चल रही है। अब मान्यता वृद्धि के चलते इस सत्र में कुल 150 सीटों पर प्रवेश लिया जाएगा। एमबीबीएस सीटों की मान्यता बढ़ जाने से न सिर्फ पूर्वांचल के प्रतिभाशाली छात्र-छात्रों को अपने घर के पास गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा शिक्षा उपलब्ध होगी बल्कि गोरखपुर-बस्ती-आजमगढ़ मंडल से लेकर पश्चिमी बिहार और नेपाल की तराई तक के लोगों को अत्याधुनिक सुपरस्पेशलिटी सुविधाओं से लैस चौबीसों घंटे सेवा देने वाला अस्पताल भी सेवा दे रहा है। विश्वविद्यालय की इस उपलब्धि पर गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ, भारत सरकार के पूर्व औषधि महानियंत्रक डॉ. जीएन सिंह, महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के सभी पदाधिकारियों ने प्रसन्नता व्यक्त की है।