नरेला में 2 नाबालिगों की चाकू गोदकर हत्या, आईफ़ोन को लेकर हुआ था विवाद

नई दिल्ली{ गहरी खोज }: राजधानी नरेला औद्योगिक क्षेत्र इलाके में बीती रात दो गुटों में हुए झगड़े में 2 नाबालिगों ने एक दूसरे की चाकू गोदकर हत्या कर दी। जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। जिनकी अस्पताल में हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है। वारदात के बाद इलाके में हत्याओं को लेकर काफी रोष हैं। लोगों ने बकायदा बैनर लेकर प्रदर्शन किया। पुलिस ने मामले में 4 नाबालिगों को भी पकड़ा है।
जानकारी के मुताबिक नरेला औद्योगिक क्षेत्र को बीती रात साढ़े नौ बजे सब्जी मंडी स्कूल, ए ब्लॉक, जेजे कॉलोनी, बवाना के पास 2 पक्षों के बीच चाकूबाजी होने की पीसीआर कॉल मिली थी। पुलिस मौके पर पहुंची। सडक़ पर काफी खून पड़ा था। पता चला कि पांच नाबालिगों को चाकू लगे हैं। जिनको महर्षि वाल्मीकि अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस मौके पर पहुंची।
डॉक्टरों ने 19 साल के मोहम्मद रहीमुल और 16 साल के मोहम्मद इमरान शेख को मृत घोषित कर दिया। जिनके शरीर पर चाकू के कई निशान थे। इसके अलावा डॉक्टरों ने एक अन्य नाबालिग अब्दुला (19) की हालत गंभीर देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद उसको दूसरे अस्पताल में रेफर कर दिया। जांच में पता चला कि झगड़े में एक गुट में मोहम्मद रहीमुल और उसका 13 साल का भाई जबकि दूसरे गुट में मोहम्मद इमरान और अब्दुल्ला (19) था। सभी जे जे कॉलोनी बवाना इलाके में परिवारों के साथ रहते हैं।
अब्दुला और मोहम्मद रहीमुल के भाई के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था, कहासूनी व हाथापाई के बीच झगड़ा आगे चलकर चाकूबाजी में बदल गया था, जिसमें 3 घायल हो गए थे। पुलिस ने प्राथमिक जांच में क्रॉस एफआईआर दर्ज करके करीब चार नाबालिगों को भी पकड़ा है। पुलिस ने वारदात में इस्तेमाल चाकू भी जब्त किये हैं।
मेरा बेटा इमरान तो सोमवार को ही हरियाणा स्थित हॉस्टल से घर आया था। देर शाम को इमरान स्कूटी लेकर घर की तरफ निकला था। उसने कहा था पापा मैं स्कूटी घर छोडक़र आ रहा हँू। रात को आपके पास ही सोऊंगा। पिता बोकुल शेख ने बताया कि बाद में पता चला कि इमरान खून से लथपथ हालत में पेट पकडक़र घर पर पहुंचा था। बस अपनी मां को आवाज देकर बेहोश हो गया था। घर पर उसकी मां और बेटी ही थी। इमरान के पेट से काफी खून बह रहा था। जिसको तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया था।
परिवार वालों ने बताया कि इमरान की उसका आई फोन-60 लूटने का विरोध करने पर चाकू गोदकर हत्या कर दी थी। आरोपी वहां से भाग भी गए थे। पिता बोकुल शेख को मुर्गा मंडी के पास स्कूटी और फोन पड़ा मिला था। इमरान अपने माता पिता और भाई व बहन के साथ रहता था। पिता इलाके में वाई फाई का काम करते हैं। वह मूलरूप से बंगाल के रहने वाले हैं और बचपन से ही दिल्ली में ही रह रहे हैं। 13 साल का भाई भी हॉस्टल में रहता है। हॉस्टल के अधिकारी वारदात के बारे में जानकारी मिलने के बाद घर पर छोडक़र गए थे।