स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2025 में भी मध्य प्रदेश का इंदौर बना देश का नंबर वन शहर

- दिल्ली में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव ने किया सम्मानित
इंदौर{ गहरी खोज }: मध्य प्रदेश के इंदौर ने एक और उपलब्धि अपने नाम कर ली है। लगातार आठ साल से देश का सबसे स्वच्छ शहर का तमगा हासिल कर रहे इंदौर ने अब पर्यावरण के क्षेत्र में नया कीर्तिमान रचते हुए स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में भी देश का नंबर बन शहर बन गया है। इंदौर को स्वच्छ वायु अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। दिल्ली स्थित पर्यावरण भवन में मंगलवार को आयोजित एक भव्य समारोह में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने इंदौर को यह सम्मान प्रदान किया। इस अवसर पर इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव विशेष रूप से मौजूद रहे।
महापौर भार्गव ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी साझा की है। उन्होंने एक्स पर लिखा, ”इंदौर की दोहरी उपलब्धि…, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में देश का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर, नित नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है। इसी क्रम में आज देश की राजधानी नई दिल्ली स्थित पर्यावरण भवन में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव द्वारा हमारे इंदौर को स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया। साथ ही यूनाइटेड नेशंस द्वारा हमारे इंदौर को मिले वेटलैंड सिटी के दर्जे का प्रमाणपत्र भी इस अवसर पर औपचारिक रूप से प्रदान किया गया।
उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से यह उपलब्धि हमारे शहरवासियों की जागरूकता, सहभागिता और सहयोग का परिणाम है, जो इंदौर को केवल स्वच्छता ही नहीं, अपितु पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में भी अग्रणी शहर बना रहा है। इस अवसर पर इंदौर सांसद शंकर लालवानी, अश्विनी शुक्ल सहित जनप्रतिनिधियों एवं निगम अधिकारियों की उपस्थिति रही।
दरअसल, स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में इंदौर ने पूरे देश में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। सबसे उल्लेखनीय बात यह रही कि शहर ने 200 में से पूरे 200 अंक हासिल किए हैं। यह उपलब्धि इंदौर की स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति समर्पण का प्रमाण है। महापौर भार्गव ने कहा कि शहर में स्वच्छ हवा और प्रदूषण मुक्त वातावरण बनाए रखने के प्रयासों की राष्ट्रीय स्तर पर सराहना हो रही है। उन्होंने यह भी बताया कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा इंदौर को वेटलैंड सिटी का दर्जा दिया गया है। उन्होंने कहा कि एक साथ दो बड़े राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिलना इंदौर के लिए गर्व और खुशी की बात है।
राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के अंतर्गत ‘स्वच्छ वायु सर्वेक्षण-2025’ के नतीजे मंगलवार को जारी किए गए, जिसमें जबलपुर ने दूसरा स्थान हासिल किया है। स्वच्छ आबोहवा वाले 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में जबलपुर को दूसरा स्थान प्राप्त होने पर एक करोड़ पुरस्कार राशि प्रदान की गई, जबकि तीसरे स्थान पर गुजरात का सूरत शहर रहा।
नई दिल्ली के पर्यावरण भवन में आयोजित स्वच्छ वायु सर्वेक्षण पुरस्कार समारोह में जबलपुर के महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू और निगमायुक्त प्रीति यादव और स्वच्छता सेल के नोडल अधिकारी संभव अयाची को केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव ने पुरस्कार राशि प्रदान कर पुरस्कृत किया। गौरतलब है कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में सूरत पहले और जबलपुर दूसरे स्थान पर था। जबलपुर ने लगातार दूसरे साल अपना स्थान बरकरार रखा है।
जबलपुर महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने सोशल मीडिया पर उक्त जानकारी साझा करते हुए लिखा कि जबलपुर की ऐतिहासिक उपलब्धि…, स्वच्छ वायु सर्वेक्षण पुरस्कार एवं वेटलैंड सिटी सम्मान समारोह में शानदार द्वितीय रैंक प्राप्त कर जबलपुर ने अपनी खास पहचान बनाई है। इस सफलता के लिए समस्त जबलपुरवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मार्गदर्शन में संस्कारधानी जबलपुर ने एक बार फिर अपनी अलग पहचान बनाई है। दिल्ली स्थित पर्यावरण भवन में केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने जबलपुर को स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में द्वितीय पुरस्कार प्रदान किया। राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के अंतर्गत लगातार दूसरे वर्ष सम्पूर्ण भारत में द्वितीय स्थान हासिल करने पर जबलपुर को एक करोड़ पुरस्कार राशि प्राप्त हुई है।
उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि हर जबलपुरवासियों की जागरूकता, सक्रिय सहभागिता और सामूहिक प्रयासों का परिणाम है, जिसने शहर को केवल संस्कारधानी ही नहीं, बल्कि शुद्ध हवा की राजधानी और पर्यावरण संरक्षण के अग्रणी केंद्र के रूप में स्थापित किया है।