11 सालों में मोदी सरकार से हिमाचल को ₹54,662 करोड़ की मदद : अनुराग ठाकुर

शिमला{ गहरी खोज }: हमीरपुर के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश को पिछले 11 वर्षों में केंद्र की मोदी सरकार से ₹54,662 करोड़ रुपये से अधिक की सहायता प्राप्त हुई है। उन्होंने यह बात दिल्ली स्थित कंस्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में आयोजित एक कार्यक्रम में कही। यह आयोजन हिमालयी राज्यों की चुनौतियों और अवसरों पर केंद्रित था।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में पद संभालने के कुछ ही महीनों बाद हिमालयी राज्यों के लिए अलग और विशेष विकास नीति की बात कही थी। आज उसी दिशा में ठोस परिणाम दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि मोदी जी का लक्ष्य 2047 तक भारत को ‘विकसित भारत’ बनाना है और इस महायज्ञ में हिमालयी राज्यों की भूमिका निर्णायक होगी।
उन्होंने कहा कि “हिमालय की बात वही कर सकता है जिसने उसकी दिव्यता और आध्यात्मिकता को समझा हो। नरेंद्र मोदी जी ने अपने आत्म प्रयोग से हिमालय को नज़दीक से जाना है और इसलिए आज वे उसकी असली जरूरतों को समझते हैं।”
अनुराग ठाकुर ने विस्तार से उन परियोजनाओं का उल्लेख किया जिन्हें मोदी सरकार के दौरान हिमाचल को मिला। उन्होंने बताया कि बिलासपुर में 1,470 करोड़ रुपये की लागत से एम्स का निर्माण हुआ। चिंतपूर्णी मंदिर के लिए 56.26 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई। हमीरपुर के जोल सप्पड़ में मेडिकल कॉलेज और देहरा में केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना हुई। इसके अलावा ऊना में पीजीआई सैटेलाइट केंद्र, बिलासपुर में हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज और बल्क ड्रग पार्क जैसी परियोजनाएं हिमाचल को मिलीं।
उन्होंने कहा कि रेलवे क्षेत्र में भी बड़े बदलाव हुए। अंब-अंदौरा से नई दिल्ली तक वंदे भारत एक्सप्रेस की शुरुआत, अंब-अंदौरा, चिंतपूर्णी मार्ग और दौलतपुर चौक रेलवे स्टेशनों का काम पूरा हुआ। भानुपली-बिलासपुर रेलवे लाइन तेज़ी से बन रही है और सितंबर 2027 तक बिलासपुर रेल नेटवर्क से जुड़ जाएगा। अनुराग ठाकुर ने कहा कि ये सभी उदाहरण इस बात के प्रमाण हैं कि मोदी सरकार हिमाचल के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है और आने वाले वर्षों में राज्य ‘फार्मा लीडर’ बनने की दिशा में आगे बढ़ेगा।