अचानक बढ़ने लगा है वजन, कहीं हो तो नहीं गई ये बीमारी, किन चीजों को खाना हो सकता है फायदेमंद

लाइफस्टाइल डेस्क { गहरी खोज }: क्या आपका वजन भी बढ़ रहा है और आपको लग रहा है कि ऐसा बेवजह हो रहा है, तो आपको अपनी इस गलतफहमी को जल्द से जल्द दूर कर लेना चाहिए। वेट गेन पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम का संकेत हो सकता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम अवेयरनेस का महीना चल रहा है। ऐसे में आपको पीसीओएस के कुछ लक्षणों के साथ-साथ इस बीमारी में किन चीजों का सेवन करना फायदेमंद साबित हो सकता है, इसके बारे में जानकारी हासिल कर लेनी चाहिए।
पीसीओएस के लक्षण
वजन बढ़ना, पीसीओएस के मुख्य लक्षणों में से एक है। इसके अलावा अगर आप अनियमित मासिक धर्म या फिर मासिक धर्म न होने की समस्या से जूझ रहे हैं, तो पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम की संभावना काफी हद तक बढ़ जाती है। शरीर या चेहरे पर अतिरिक्त बालों का उगना, मुंहासे, बालों का झड़ना, इस तरह के लक्षण भी पीसीओएस की तरफ इशारा कर सकते हैं।
क्या-क्या खाना चाहिए?
क्लिनिकल न्यूट्रिशनिस्ट, हेल्थ कोच और TEDx स्पीकर डॉ. निधि निगम ने बताया कि पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम में हाई फाइबर फूड्स जैसे ओट्स, ब्राउन राइस, राजमा, दाल, छोले, ब्रोकली, पालक, मेथी, लौकी और करेला फायदेमंद साबित हो सकता है। पीसीओएस में लो जीआई वाले सेब, अमरूद और बेरीज जैसे फल भी खाए जा सकते हैं। अंडा, मछली, चिकन, पनीर, टोफू, दही, बादाम, अखरोट, चिया सीड्स, कद्दू के बीज, एवोकाडो, ऑलिव ऑइल, दालचीनी, मेथी दाना, हल्दी जैसे सुपरफूड्स को भी पीसीओएस में कंज्यूम किया जा सकता है।
किन चीजों से परहेज करें?
पीसीओएस में रिफाइंड कार्ब्स और शुगर युक्त सफेद ब्रेड, मैदा, शुगरी ड्रिंक्स को कंज्यूम करने से बचना चाहिए। डॉ. निधि निगम ने बताया कि पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम में चिप्स, पकौड़े, फास्ट फूड्स जैसे फ्राइड और प्रोसेस्ड फूड्स भी नहीं खाने चाहिए। पीसीओएस में प्रोसेस्ड एंड रेड मीट भी नुकसानदायक साबित हो सकता है। इसके अलावा आपको ज्यादा कैफीन और अल्कोहल का सेवन करने से भी बचना चाहिए।