पेरियर का तार्किक प्रकाश अब दुनिया को रोशन कर रहा है : स्टालिन

चेन्नई{ गहरी खोज }: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने कहा कि समाज सुधारक पेरियार (ई वी रामासामी) का तार्किक प्रकाश अब दुनिया को रोशन कर रहा है और एक सदी पहले उनके द्वारा शुरू किए गए आत्म-सम्मान आंदोलन ने स्वतंत्रता को नए सिरे से परिभाषित किया, जिससे बेडियां टूटीं और गौरव बढ़ा।
राज्य में निवेश आकर्षित करने के लिए ब्रिटेन की अपनी यात्रा के दौरान चार सितंबर को आत्म-सम्मान आंदोलन की 100वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के सेंट एंटनी कॉलेज में प्रसिद्ध समाज सुधारक के एक चित्र का अनावरण करते हुए स्टालिन ने पेरियार की प्रगतिशील विरासत पर प्रकाश डाला। यह चित्र भारतीय कला निर्देशक, चित्रकार और प्रोडक्शन डिजाइनर थोट्टा थरानी ने बनाया है।
मुख्यमंत्री ने सामाजिक न्याय पर आंदोलन के वैश्विक प्रभाव के बारे में बताया और तर्कवाद, लैंगिक समानता व जाति-विरोधी सुधारों के लिए पेरियार की वकालत की सराहना की।
उन्होंने इस कार्यक्रम में कहा, ‘‘ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में पेरियार के चित्र का अनावरण करना मेरे लिए जीवन का बड़ा सम्मान है – यह ज्ञान, मानवाधिकार और सम्मान का पर्याय है। यह अनावरण इस बात का प्रमाण है कि पेरियार का तार्किक प्रकाश अब तमिलनाडु की सीमाओं से परे दुनिया भर को रोशन कर रहा है।’