दिगंतारा ने चंद्रमा की कक्षा का मानचित्र बनाने के लिए जापानी स्टार्टअप से हाथ मिलाया

नयी दिल्ली{ गहरी खोज }: बेंगलुरु के स्टार्टअप दिगंतारा ने चंद्रमा की कक्षा का मानचित्र तैयार करने के लिए शुक्रवार को एक जापानी कंपनी के साथ साझेदारी की घोषणा की, ताकि अंतरिक्ष के मलबे पर नजर रखी जा सके, जिसके भविष्य में चंद्रमा पर भेजे जाने वाले मिशनों को नुकसान पहुंचाने की आशंका है।
हजारों उपग्रह से घिरी पृथ्वी की निचली कक्षा के लिए ‘गूगल मैप’ बना रही दिगंतारा ने पृथ्वी और चंद्रमा के बीच अंतरिक्ष क्षेत्र में गतिविधियों की निगरानी और नियंत्रण के लिए ढांचा स्थापित करने के वास्ते जापानी स्टार्टअप ‘आईस्पेस इंक’ के साथ हाथ मिलाया है।
अंतरिक्ष क्षेत्र के दो स्टार्टअप के बीच गठजोड़ की औपचारिकताओं को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हाल की तोक्यो यात्रा के दौरान अंतिम रूप दिया गया, जहां वह जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा के साथ 15वें वार्षिक भारत-जापान शिखर सम्मेलन में शामिल हुए थे।
चंद्रमा के चारों ओर चक्कर लगा रहे भारत के चंद्रयान-2 ऑर्बिटर को पृथ्वी और चंद्रमा के बीच के अंतरिक्ष क्षेत्र में मलबे से बचने के लिए कम से कम चार टकराव-रोधी उपाय करने पड़े। यह दर्शाता है कि भविष्य के चंद्र अभियानों के लिए अंतरिक्ष की स्थिति को लेकर जागरूकता अत्यंत महत्वपूर्ण है।
दिगंतारा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अनिरुद्ध शर्मा ने एक बयान में कहा, ‘‘आईस्पेस निजी चंद्र अन्वेषण के क्षेत्र में अग्रणी रहा है, और हम अपनी अंतरिक्ष डोमेन जागरूकता विशेषज्ञता के साथ उनकी सिद्ध क्षमताओं का लाभ उठाने के लिए उत्साहित हैं। इस संयुक्त मिशन के माध्यम से, हम एक सतत चंद्र पारितंत्र की नींव रख रहे हैं, जहां सुरक्षित संचालन, संसाधनों का उपयोग और दीर्घकालिक अवसंरचना साथ-साथ चलेंगे।’’
आईस्पेस के संस्थापक और सीईओ ताकेशी हाकामादा ने कहा, ‘‘दिगंतारा के साथ हमारा सहयोग केवल चंद्रमा की सतह तक पहुंचने के बारे में नहीं है। यह उस पारितंत्र को बनाने के बारे में है जो मानवता की चंद्रमा पर दीर्घकालिक उपस्थिति को संभव बनाता है। क्वाड ढांचे के साथ तालमेल करके हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि यह भविष्य सहयोगात्मक, पारदर्शी और टिकाऊ हो।’’ इस वर्ष की शुरुआत में दिगंतारा ने दुनिया का पहला वाणिज्यिक अंतरिक्ष निगरानी उपग्रह प्रक्षेपित किया था, जो पृथ्वी की परिक्रमा कर रहे पांच सेंटीमीटर जितने छोटे पिंडों पर नज़र रखने में सक्षम है।