जंगपुरा में डॉक्टर की हत्या का मास्टरमाइंड गिरफ्तार, ऐसे तैयार हुई साजिश

नई दिल्ली{ गहरी खोज }: दिल्ली-एनसीआर में वारदात करने से पहले नेपाली मूल की महिला को नौकरानी के तौर पर काम पर रखवाने के बाद वारदात करने वाले मास्टरमाइंड प्रेम बहादुर नेपाली उर्फ देवराज उर्फ देव सिंह (42) और साथी पंकज नरजारी (30) को करीब तीन किलोमीटर दूर तक पीछा करने के बाद अपराध शाखा ने भारत-नेपाल सीमा से गिरफ्तार किया है। आरोपी जंगपुरा इलाके में एक डॉक्टर की हत्या करने का मास्टरमाइंड भी था। दिल्ली पुलिस ने दोनों पर पचास-पचास हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर रखा था। दोनों ने उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, दिल्ली समेत अन्य राज्यों में घरों में सेंधमारी के लिए गैंग बना रखा था। वारदात के बाद, वे भारत छोड़कर अधिकांशत: नेपाल में छिप जाते हैं।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पिछले साल 10 मई की शाम 6 बजकर 50 मिनट पर जंगपुरा एक्सटेंशन में रहने वाले जनरल फिजिशियन डॉ. योगेश चंद्र पॉल (63) की उनके घर की किचन में गला घोटकर हत्या कर दी गई थी। हत्या लूट के मकसद से की गई थी। वारदात के बाद इसके आरोपी नकदी व जेवरात लूटकर ले गए। हिमांशु, आकाश, विष्णुस्वरूप और बसंती पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं। भीम और वर्षा अभी भी फरार हैं। सीसीटीवी कैमरों में घर की ही नौकरानी बसंती के बारे में पता चला था। जांचमें प्रेम बहादुर नेपाली उर्फ देवराज उर्फ देव सिंह के बारे में पता चला था। जिसके ठिकानों पर पुलिस ने छापेमारी की थी। भारत-नेपाल बोर्डर पर उसके बारे में जानकारी भी सुरक्षा एजेंसियों से सांझा कर रखी थी। आरोपी पर 50 हजार रुपए पर इनाम घोषित कर दिया गया था।
पूछताछ करने पर पता चला कि आरोपी विष्णु स्वरूप गैंग के साथ इलाके में चोरी व सेंधमारी करता था। वह प्रेम बहादुर नेपाली के संपर्क में आया। इन लोगों ने डॉ. योगेश चंद्र पॉल के घर पर काम करने वाली नौकरानी बसंती ने अन्य आरोपी भीम की पत्नी वर्षा रावत को घर में नकदी और सोने की जानकारी दी। विष्णु स्वरूप ने साथियों हिमांशु और आकाश के साथ डकैती करने की साजिश रची, जिसमें प्रेम बहादुर को भी शामिल किया। प्रेम बहादुर ने पंकज नरजारी को शामिल किया था। गैंग ने घर क्लिनिक और डॉ. नीना पॉल (पीड़ित की पत्नी) की रेकी की। वारदात के दिन पंकज नरजारी और अन्य लोग जबरन घर में घुस गए। उस समय डॉक्टर घर में अकेले थे। डॉक्टर को पकड़ कर बांध दिया और गला घोंटकर हत्या कर दी थी।