मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने ‘विकास भी, विरासत भी’ अभियान का किया शुभारंभ

नई दिल्ली{ गहरी खोज }: मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने गुरुवार को नई दिल्ली पालिका परिषद (एनडीएमसी) के ‘विकास भी, विरासत भी’ अभियान का शुभारंभ किया। उन्होंने शिक्षकों को सम्मानित भी किया। मुख्यमंत्री ने एक्स पोस्ट में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) से प्रेरित ‘विकास भी विरासत भी’ पहल बच्चों को आधुनिक क्षमताओं से सशक्त करते हुए, हमारी संस्कृति और परंपराओं से भी जोड़ेगी। अटल आदर्श और नवयुग विद्यालयों के 15 शिक्षकों को ‘शिक्षक सम्मान पुरस्कार’ से अलंकृत करना इस नई यात्रा का प्रेरक प्रारंभ है। जिस प्रकार आधुनिक विमान को दिशा पायलट ही देता है, वैसे ही बच्चों को नई सोच और शिक्षा की उड़ान देने का दायित्व हमारे शिक्षकों पर है। उन्होंने कहा कि ‘विकास भी, विरासत भी’ दिल्ली ही नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए शिक्षा का आदर्श मॉडल बनेगा, यह उनको विश्वास हैं। इस अवसर पर सांसद बांसुरी स्वराज, दिल्ली के कैबिनेट मंत्री प्रवेश साहिब सिंह, एनडीएमसी के अध्यक्ष केशव चंद्रा एवं एनडीएमसी के उपाध्यक्ष कुलजीत सिंह चहल सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने एक्स पोस्ट में कहा कि आज एक गौरवपूर्ण और प्रेरणादायी क्षण का साक्षी बनने का अवसर मिला, जब नई दिल्ली नगर पालिका परिषद के ‘विकास भी, विरासत भी’ की भावना को साकार करते हुए एक नई शैक्षिक पहल का शुभारंभ किया गया। यह पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति से प्रेरित है, जिसका उद्देश्य बच्चों को आधुनिक क्षमताओं से सशक्त करते हुए उन्हें भारत की संस्कृति और परंपराओं से भी गहराई से जोड़ना है।
इस अवसर पर अटल आदर्श एवं नवयुग विद्यालयों के 15 उत्कृष्ट शिक्षकों को “शिक्षक सम्मान पुरस्कार” से सम्मानित कर उनके अमूल्य योगदान को आदरपूर्वक सराहा गया। यह पहल आने वाले समय में शिक्षा को नई दिशा और दृष्टि प्रदान करेगी और हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को भावी पीढ़ियों तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाएगी।