पंजाब में बाढ़ का कहर, चारों ओर सैलाब ही सैलाब, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हरियाणा में बिगड़े हालात

देश के कई राज्यों में मानसून की बारिश बनी आफत, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हरियाणा में बिगड़े हालात
पठानकोट, जम्मू, देहरादून{ गहरी खोज } : देश के कई राज्यों में मानसून की बारिश आफत बनी है। लगातार बारिश से जनजीवन प्रभावित है। पंजाब, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, दिल्ली समेत उत्तर भारत में बारिश का दौर जारी है। पंजाब में बाढ़ और बारिश के कारण भारी तबाही हुई है। सतलुज और रावी नदियों में आई बाढ़ की वजह से 12 जिले प्रभावित हैं। राज्य के 1300 से ज्यादा गांवों के 2.56 लाख से ज्यादा लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। गुरदासपुर (323 गांव), कपूरथला (107), फिरोजपुर (101), पठानकोट (89), होशियारपुर (85), मुक्तसर (64), फाजिल्का (52), तरन तारन (45), मोगा (35), संगरूर और बरनाला (22-22 गांव) 1312 गांव प्रभावित हुए हैं। बाढ़ प्रभावित गांवों में राहत अभियान चलाया जा रहा है।
उत्तराखंड में भी जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है। उत्तरकाशी में गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग डबरानी के पास मलबा आने से मार्ग बाधित है। रुद्रप्रयाग के बसुकेदार क्षेत्र में लगातार चार दिन से कनेक्टिविटी ठप है। चारधाम और हेमकुंड साहिब यात्रा पांच सितंबर तक स्थगित कर दी गई है। हरियाणा के गुरुग्राम के सेक्टर-10 में मंगलवार को सडक़ पर पानी भरने के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। फरीदाबाद में नेशनल हाईवे पर बल्लभगढ़ फ्लाइओवर के पास कई फुट तक पानी भरने लंबा जाम लग गया।
जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों में बारिश का दौर जारी है। जम्मू-कश्मीर में अगस्त में 73 फीसदी अधिक बारिश, लद्दाख में 930 फीसदी सामान्य से ऊपर बारिश दर्ज की गई है। तेज बारिश के कारण जम्मू में चिनाब नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। मंगलवार को रियासी के सलाल डैम के सभी गेट खोले गए। भारी बारिश के चलते जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर रामबन फ्लाईओवर में दरारें पड़ गईं। अधिकारियों ने बताया कि बारिश के कारण राजमार्ग के कई हिस्सों में पत्थर गिरने की घटनाएं भी सामने आई हैं।
दिल्ली-एनसीआर भी बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। दिल्ली में यमुना नदी के खतरे के निशान को पार करने के बाद मंगलवार को ट्रांस-यमुना क्षेत्र की कई कॉलोनियों में चार से पांच फुट तक पानी घुस गया। यमुना नदी के किनारे बसा यमुना बाजार इलाका बाढ़ के हालात से जूझ रहा है। बाढ़ के हालत के बीच कई कॉलोनियों को खाली करवा दिया गया है। आगरा में यमुना एक बार फिर उफान पर है। नदी पानी ताजमहल की बाउंड्री तक पहुंच गया है।