कालकाजी सेवादार हत्या मामले में 4 अन्य आरोपी गिरफ्तार, अन्य की तलाश में छापेमारी

नई दिल्ली{ गहरी खोज }: कालकाजी मंदिर में सेवादार योगेंद्र सिंह की हत्या मामले में पुलिस ने फरार चल रहे चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान संदीप विधूड़ी, रोहित विधूड़ी, मोनू कांगर तथा बाबू के रूप में हुई है।
इनमें बाबू को आरोपियों को शरण देने व आपराधिक षड्यंत्र रचने के आरोप में पकड़ा गया है। अभी तक पुलिस सेवादार हत्याकांड में पिता पुत्र समेत 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले में कुछ आरोपी अभी फरार हैं। उनकी तलाश में छापेमारी की जा रही है।
साउथ ईस्ट डीसीपी डॉ. हेमंत तिवारी ने बताया कि शुक्रवार रात कालकाजी मंंदिर परिसर में सेवादार योगेंद्र सिंह (35) पर आठ दस लडक़ों ने लाठी डंडों से हमला बोल दिया था। जमीन पर गिरे योगेंद्र पर भी ताबड़तोड़ वार किए गए। गंभीर रूप से घायल योगेंद्र को एम्स के ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया था।
इस मामले में अतुल पांडे नामक हमलावर को मौके पर ही पकड़ लिया गया था। जबकि मोहन विधूड़ी उर्फ भूरा, कुलदीप विधूड़ी के अलावा नितिन और उसके पिता अनिल पांडे को मामले की जांच के दौरान गिरफ्तार किया गया। आरोपियों से पूछताछ व सीसीटीवी फुटेज के आधार पर अन्य आरोपियों की पहचान की गई।
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए गठित की गई टीमों ने विभिन्न इलाकों में छापेमारी कर संदीप विधूड़ी, रोहित विधूड़ी तथा मोनू कांगर को पकड़ा। जांच में सामने आया कि उन्हें शरण देने व षड्यंत्र रचने में बाबू का हाथ था। पुलिस टीम ने उसे भी दबोच लिया।
पकड़े गए चारों आरोपी तुगलकाबाद इलाके के रहने वाले हैं। वारदात में शामिल कुछ अन्य हमलावरों के नाम भी पुलिस के हाथ लगे हैं। सभी अपने घरों से फरार हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की चार टीमें गठित की गई हैं। दिल्ली, उत्तर प्रदेश तथा हरियाणा में उनकी तलाश की जा रही है। पुलिस आरोपियों के सोशल मीडिया अकाउंट पर नजर बनाए हुए है।