दस साल से फरार आजीवन कारावास का दोषी गुजरात से गिरफ्तार

नई दिल्ली{ गहरी खोज }: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने हत्या और हत्या के प्रयास के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे और पिछले 10 साल से फरार आरोपित को गुजरात के गोधरा से गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपित की पहचान मुज़फ्फरनगर उप्र निवासी हसीन हुसैन उर्फ हसीन हैदर (47) के रूप में हुई है।
क्राइम ब्रांच के डीसीपी संजीव कुमार यादव के अनुसार 27 मार्च 2006 को दिल्ली के वेलकम इलाके में आरोपित और उसके परिवार ने अपने पड़ोसियों पर हमला किया। इस घटना में पप्पू और अनीशा की हत्या कर दी गई। जबकि हेना (शिकायतकर्ता की बहन) पर चाकुओं से हमला किया गया और वह गंभीर रूप से घायल हो गई। यह हमला दोनों परिवारों के बीच पुरानी रंजिश और शादी को लेकर विवाद के चलते किया गया था।
पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज किशा। जांच के बाद 2013 में हसीन हुसैन समेत चार आरोपिताें को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। 2015 में हाई कोर्ट की डबल बेंच ने सजा को बरकरार रखा। लेकिन 2016 में दिल्ली हाई कोर्ट ने उसे सुप्रीम कोर्ट में अपील दाखिल करने के लिए चार हफ्ते की पैरोल पर रिहा किया। जिसके बाद वह फरार हो गया और 10 साल तक गिरफ्तारी से बचता रहा। फरार रहने के दौरान आरोपित ने कपड़े बेचने का काम शुरू किया और जगह-जगह भटकता रहा। जांच में पता चला कि आराेपित पहले असम में करीब 3 साल रहा। उसके बाद मध्य प्रदेश में तीन साल छिपकर गुजारे और पिछले 4 साल से गुजरात के गोधरा में रहकर कपड़े बेचकर गुजारा करता रहा।
डीसीपी के अनुसार क्राइम ब्रांच की एआरएससी यूनिट टीम को गुप्त सूचना मिली कि फरार हसीन हुसैन गुजरात के गोधरा में रह रहा है। तकनीकी निगरानी और खुफिया जानकारी के आधार पर उसकी लोकेशन ट्रेस कर उसे दबाेचा गया।