उफान पर यमुना, दिल्ली में बाढ़ का खतरा- पुराना रेलवे पुल आज शाम से बंद होगा

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नई दिल्ली { गहरी खोज }: दिल्ली में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और मंगलवार शाम तक इसके 206 मीटर के ऊपर पहुंचने का अनुमान है, जिसके चलते बाढ़ क्षेत्र में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा गया है।
हथिनीकुंड बैराज से सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक हर घंटे 3 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा गया, जो 48 घंटे में दिल्ली पहुंच जाएगा। बाढ़ की चेतावनी जारी कर दी गई है। हालांकि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि दिल्ली सरकार बाढ़ से निपटने के लिए पूरी तरह मुस्तैद हैं। उन्होंने कहा कि बांधों के सभी गेट खुले हैं और कहीं भी पानी रुक नहीं रहा है। पानी का जितना तेजी से बहाव आ रहा है, उतना ही तेजी से आगे भी निकल रहा है।
दिल्ली के लिए चेतावनी का निशान 204.50 मीटर और खतरे का निशान 205.33 मीटर है और जलस्तर 206 मीटर पहुंचने पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया जाता है। सोमवार रात 8 बजे यमुना का जल स्तर 205.03 था, जो लगातार बढ़ रहा है।
दिल्ली के 6 जिलों के निचले इलाकों में लगभग 15,000 लोग रहते हैं, जबकि लगभग 5,000 लोग बाढ़ क्षेत्र में रहते हैं। जारी बाढ़ चेतावनी में कहा गया है कि पुराना रेलवे पुल में जल स्तर खतरे के निशान को पार कर सकता है और 206.50 मीटर तक पहुंचने का अनुमान है, इसलिए सभी अधिकारियों को सलाह दी जाती है कि अपने-अपने क्षेत्रों में निगरानी रखें और संवेदनशील स्थानों पर आवश्यक कार्रवाई करें। दिल्ली के संभागीय आयुक्त नीरज सेमवाल ने कहा कि अगले कुछ दिनों में बैराजों से तीन लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़े जाने की उम्मीद है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यमुना फ्लड प्लेन में पानी पहुंचना स्वाभाविक है, क्योंकि वह नदी का प्राकृतिक हिस्सा है। लेकिन बाहरी इलाकों में पानी के फैलने की संभावना नहीं है। मुख्यमंत्री ने लोगों को आश्वस्त किया कि सरकार उनकी सुरक्षा के लिए पूरी तरह तत्पर है और सभी अधिकारी लगातार हर घंटे की रिपोर्ट ले रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हथिनी कुंड बैराज से जितना पानी छोड़ा गया है, उससे अनुमान है कि इस बार जलस्तर 207 मीटर या उससे थोड़ा ऊपर तक जा सकता है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और किसी भी प्रकार की घबराहट की आवश्यकता नहीं है। बाढ़ से जुड़ी किसी भी प्रकार की समस्या आने पर तुरंत एक्शन लिया जाएगा। सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है कि राजधानी के लोग सुरक्षित रहें और किसी भी प्रकार की असुविधा से बचें।
मुख्यमंत्री ने यमुना तलहटी में बसे लोगों से भी अपील किया कि सावधानी बरतें और प्रशासन द्वारा जारी-निर्देशों का पालन करें। सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के अनुसार बाढ़ की चेतावनी जारी होने के समय हथिनीकुंड बैराज से सुबह 9 बजे 3,29,313 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जबकि वजीराबाद बैराज से लगभग 38,900 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। दोपहर 2 बजे के बाद हथिनीकुंड बैराज से हर घंटे 2 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा जा रहा है।
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने यमुना नदी का जलस्तर 206 मीटर के निशान तक पहुंचने की आशंका के बीच पुराने रेलवे पुल (पुराना लोहा पुल) पर मंगलवार शाम से यातायात बंद करने का आदेश दिया है। डीडीएमए द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि यमुना नदी में जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बढ़ने के कारण संभावित बाढ़ को देखते हुए आपको 2 सितम्बर शाम पांच बजे से पुल पर यातायात और सार्वजनिक आवाजाही बंद करने का निर्देश दिया जाता है। यह आदेश दिल्ली पुलिस और रेलवे अधिकारियों को भेजा गया।

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