सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग आज से तीन दिवसीय भारत यात्रा पर

नयी दिल्ली{ गहरी खोज }: सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग की आज से शुरू हो रही भारत की तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा को राजनयिक नजरिये से काफी अहम माना जा रहा है। श्री वोंग अपनी पत्नी और एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ शाम को यहां पहुंचेंगे।
दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के 60 वर्ष पूरे होने के अवसर पर हो रही इस यात्रा को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। वह बुधवार को महात्मा गांधी की समाधि राजघाट जाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे और गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ बैठक करेंगे। इस दौरान दोनों देशों के बीच कौशल विकास , डिजिटल सहयोग , विमानन , अंतरिक्ष और जहाजरानी क्षेत्र में कई समझौतों पर हस्ताक्षर किये जाने की संभावना है। श्री मोदी के साथ उनकी द्विपक्षीय वार्ता के बाद दोनों देशों के बीच भविष्य की भागीदारी को लेकर संयुक्त वक्तव्य भी जारी किया जा सकता है। श्री मोदी के निमंत्रण पर सिंगापुर के प्रधानमंत्री के रूप में उनकी यह पहली भारत यात्रा है।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार इस यात्रा के दौरान, श्री मोदी और श्री वोंग चार सितंबर को द्विपक्षीय चर्चा करेंगे और प्रधानमंत्री उनके सम्मान में एक भोज का आयोजन करेंगे। प्रधानमंत्री वोंग राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात करेंगे।
श्री वोंग का रसायन एवं उर्वरक मंत्री और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा,वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण; शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान; विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर; और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से भी मिलने का कार्यक्रम है।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है “सिंगापुर भारत के लिए एक महत्वपूर्ण साझेदार है जिसमें हमारी ‘एक्ट ईस्ट’ नीति भी शामिल है। श्री मोदी की सितंबर 2024 की सिंगापुर यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाया गया। भारत-सिंगापुर राजनयिक संबंधों की 60वीं वर्षगांठ के अवसर पर हो रही श्री वोंग की यात्रा इस साझेदारी को और मज़बूत करने के लिए दोनों देशों की निरंतर प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है। यह यात्रा दोनों प्रधानमंत्रियों को दोनों पक्षों को मज़बूत और बहुआयामी सहयोग की समीक्षा करने और भविष्य के सहयोग का मार्ग प्रशस्त करने का अवसर प्रदान करेगी। दोनों प्रधानमंत्री आपसी हित के क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे।”
उनकी इस यात्रा से आपसी संबंधों को साझेदारी के स्तर तक बढ़ाने,उन्नत विनिर्माण और कनेक्टिविटी जैसे मौजूदा सहयोग के क्षेत्रों को और मज़बूती प्रदान करने में मदद मिलेगी। इसके साथ ही सीमा पार डेटा प्रवाह और बिजली व्यापार जैसे नए क्षेत्रों को भी सक्षम बनाया जा सकेगा और कौशल प्रशिक्षण के लिए एक संयुक्त कार्यक्रम भी संभव होगा।
पिछले माह नयी दिल्ली में आयोजित तीसरे भारत-सिंगापुर मंत्रिस्तरीय गोलमेज सम्मेलन के दौरान दोनों पक्षों ने स्थिरता, डिजिटलीकरण, कौशल विकास, स्वास्थ्य सेवा एवं चिकित्सा, उन्नत विनिर्माण और कनेक्टिविटी से संबंधित संभावित सहयोगों पर चर्चा की थी। सिंगापुर में कार्यशील स्थानीय और बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने भी दोनों देशों के बीच एक सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करने में रुचि दिखायी थी।
श्री वोंग के साथ आने वाले प्रतिनिधिमंडल में विदेश मंत्री डॉ. विवियन बालाकृष्णन,कार्यवाहक परिवहन मंत्री जेफरी सियो, विदेश मामलों और व्यापार एवं उद्योग राज्य मंत्री गण सियो हुआंग और अन्य वरिष्ठ अधिकारी हैं।
प्रधानमंत्री मोदी पिछले वर्ष सिंगापुर गये थे और उस समय दोनों देशों ने विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग की समीक्षा की थी।