दिल्ली को कोई खतरा नहीं, बाढ़ सिर्फ़ डूब क्षेत्रों तक सीमित रहेगी: मुख्यमंत्री

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नयी दिल्ली{ गहरी खोज }: यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर के बीच दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सोमवार को लोगों को आश्वासन दिया कि राष्ट्रीय राजधानी में बाढ़ का खतरा नहीं है। हालांकि स्थिति को देखते हुए अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। दिल्ली के यमुना के डूब क्षेत्र में रहने वाले लोगों को अधिकारियों ने सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है, क्योंकि नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और मंगलवार शाम तक इसके 206 मीटर के निशान तक पहुंचने का अनुमान है।
सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के अनुसार, बाढ़ की चेतावनी जारी होने के समय हथिनीकुंड बैराज से सुबह नौ बजे 3,29,313 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जबकि वजीराबाद बैराज से लगभग 38,900 क्यूसेक पानी छोड़ा गया।
मुख्यमंत्री ने ज़ोर देकर कहा, “इस बार, तीन लाख क्यूसेक से ज़्यादा पानी छोड़े जाने के बावजूद, जलस्तर 207 मीटर या उससे ऊपर जाने की आशंका है। लेकिन मैं लोगों को आश्वस्त कर सकती हूं कि उन्हें चिंता करने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि बाढ़ डूब क्षेत्रों से आगे नहीं आएगी। हम हर घंटे रिपोर्ट प्राप्त कर रहे हैं और स्थिति पर नज़र रख रहे हैं। दिल्ली खतरे में नहीं है।” उन्होंने बताया कि 2023 में जल स्तर 208.66 मीटर तक पहुंच था।
गुप्ता ने एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से कहा, “पानी को यहां पहुंचने में औसतन 72 घंटे लगते हैं। हम पूरी तरह तैयार हैं। तैयारी ऐसी है कि जितना पानी आएगा, उसे निकाल दिया जाएगा। पिछले छह महीनों में हमने नालों से गाद निकालने का काम किया है और अब कोई रुकावट नहीं है।” मुख्यमंत्री ने कहा कि यमुना के डूब क्षेत्र प्रभावित होंगे और निवासियों को समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। हालांकि, उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि जलभराव उसी क्षेत्र तक सीमित रहेगा। सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने भी एक बयान में इसी प्रकार के विचार व्यक्त किये।
उन्होंने कहा, “सभी सेक्टर अधिकारियों, जिला प्रशासन और पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है। डूब क्षेत्रों के संवेदनशील इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की तैयारी शुरू हो गई है। तटबंधों पर चौबीसों घंटे गश्त शुरू कर दी गई है और रेगुलेटरों और पंपों पर लगातार नज़र रखी जा रही है।”
मंत्री ने बताया कि दिल्ली सरकार यमुना के जलस्तर में वृद्धि पर बारीकी से नजर रख रही है। उन्होंने कहा, “हथनीकुंड बैराज से पानी का बहाव तीन लाख क्यूसेक को पार कर गया है और पुराने रेलवे पुल पर नदी का जलस्तर 204.87 मीटर पर है। पूर्वानुमानों के अनुसार, अगले 36 से 48 घंटों में जलस्तर 206 मीटर के खतरे के निशान को पार कर सकता है।”

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