आईसीसी ने महिला एकदिवसीय विश्व कप के लिए पुरस्कार राशि में चारा गुना वृद्धि की

दुबई{ गहरी खोज }: अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए भारत में 30 सितंबर से दो नवंबर तक होने वाले आगामी महिला एकदिवसीय विश्वकप के लिए पुरस्कार राशि में चार गुना से अधिक की वृद्धि की है।
आईसीसी द्वारा आज की गई घोषणा के अनुसार, न्यूजीलैंड में 2022 में खेले गए इस टूर्नामेंट के पिछले संस्करण में कुल पुरस्कार राशि 35 लाख अमेरिकी डॉलर (लगभग 30.80 करोड़ रुपये) थी। जिसे इस बार बढ़ाकर कुल 138.8 लाख अमेरिकी डॉलर (करीब 117.74 करोड़ रुपये) कर दिया है। यह राशि 2023 में होने वाले पुरुष एकदिवसीय विश्व कप के लिए निर्धारित पुरस्कार राशि एक करोड़ अमेरिकी डॉलर (लगभग 88 करोड़ रुपये) से भी अधिक है।
आईसीसी के अध्यक्ष जय शाह ने कहा, “यह घोषणा महिला क्रिकेट के सफर में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। पुरस्कार राशि में यह चार गुना वृद्धि महिला क्रिकेट के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है और इसके दीर्घकालिक विकास के प्रति हमारी स्पष्ट प्रतिबद्धता को दर्शाती है। हमारा संदेश सरल है, महिला क्रिकेटरों को यह पता होना चाहिए कि अगर वे इस खेल को पेशेवर रूप से चुनेंगी तो उनके साथ पुरुषों के समान व्यवहार किया जाएगा।”
आईसीसी ने टूर्नामेंट के प्रत्येक चरण के लिए पुरस्कार राशि में भी वृद्धि की है। विश्वकप विजेता को अब 44.8 लाख अमेरिकी डॉलर (करीब 39.42 करोड़ रुपये) मिलेंगे। यह 2022 में ऑस्ट्रेलिया की महिला टीम को मिली 13.2 लाख अमेरिकी डॉलर (11.62 करोड़ रुपये) की राशि से दोगुना से अधिक है। उपविजेता टीम को 22.4 लाख अमेरिकी डॉलर (लगभग 19.71 करोड़ रुपये) मिलेंगे। हारने वाले दोनों सेमीफाइनलिस्टों को 11.2 लाख अमेरिकी डॉलर (9.86 करोड़ रुपये) मिलेंगे।
ग्रुप-स्टेज में प्रत्येक जीत के लिए विजेताओं को 34,314 अमेरिकी डॉलर (30.2 लाख रुपये) मिलेंगे। पांचवें और छठे स्थान पर रहने वाली टीमों को सात लाख अमेरिकी डॉलर (करीब 6.16 करोड़ रुपये) मिलेंगे, जबकि सातवें और आठवें स्थान पर रहने वाली टीमों को 2,80,000 अमेरिकी डॉलर (लगभग 2.46 करोड़ रुपये) मिलेंगे। प्रत्येक भाग लेने वाली टीम को 2,50,000 अमेरिकी डॉलर (करीब 2.20 करोड़ रुपये) की राशि की गारंटी दी गई है।
आठ टीमों का यह प्रमुख टूर्नामेंट 30 सितंबर से भारत और श्रीलंका में खेला जाएगा।