राजस्थान की सोलहवीं विधानसभा का चतुर्थ सत्र का पहला दिन रहा हंगामेदार

जयपुर{ गहरी खोज }: राजस्थान की सोलहवीं विधानसभा का चतुर्थ सत्र सोमवार को विपक्ष के सदस्यों के जोरदार हंगामे के साथ शुरू हुआ और पहले दिन सदन की कार्यवाही केवल आधा घंटा चली और इसे तीन सितंबर पूर्वाह्न ग्यारह बजे तक स्थगित कर दी गई।
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी के सत्र की कार्यवाही पूर्वाह्न 11 बजे शुरू करते ही कांग्रेस के सदस्य खड़े हो गए और उन्होंने कांग्रेस एवं उसके नेता राहुल गांधी के वोट चोरी के मुद्दे को लेकर सदन में “वोट चोर, गद्दी छोड़” लिखी तख्तियां लहराई। कांग्रेस सदस्य सदन में वोट चोर, गद्दी छोड़ लिखी टी शर्ट पहनकर भी आये। जब कांग्रेस सदस्य नारेबाजी कर हंगामा करते शांत नहीं होने पर श्री देवनानी ने सदन की गरिमा बनाये रखने के लिए नियमों का हवाला देते हुए इन सदस्यों को अपनी जगह पर बैठ जाने की अपील की लेकिन सदस्यों का हंगामा जारी रहा।
इस दौरान सत्ता पक्ष के सदस्य भी खड़े हो गए और गालीबाज राहुल गांधी के नारे लगाने शुरु कर दिया इससे सदन में शोरगुल और हंगामा बढ़ गया। इस दौरान मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी सदन में मौजूद थे।
इस पर अध्यक्ष ने दोनों पक्षों से अपनी जगहों पर बैठने की अपील करने पर सत्ता पक्ष के लोग अपनी जगह पर बैठ गए लेकिन विपक्ष के सदस्यों का हंगामा जारी रहा।
इस पर श्री देवनानी ने फिर अपील करते हुए कहा कि सदन की गरिमा बनाये रखे और इसे कोई ठेस नहीं पहुंचाये। उन्होंने कहा कि विधायक की गरिमा को गिराया नहीं जाना चाहिए, प्रदेश की आठ करोड़ जनता देख रही है। विपक्ष के सदस्यों के नारेबाजी और हंगामें की बीच ही सदन की कार्यवाही चलती रही और इस दौरान गत सत्र में पारित विधेयकों का विवरण सदन की मेज पर रखा गया जिन पर राज्यपाल की अनुमति प्राप्त हो चुकी है।
इस दौरान उपमुख्यमंत्री एवं प्रवर समिति के सभापति डा प्रेम चंद बैरवा ने राजस्थान कोचिंग सेंटर (नियंत्रण और विनियमन) विधेयक 2025 पर गठित प्रवर समिति के प्रतिवेदन का उपस्थापन किया। इसी तरह हंगामें के बीच ही चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक 2025 को पुर स्थापित किया। प्रक्रिया के नियम 63 (1) के तहत राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय (संशोधन) अध्यादेश 2025 (2025 का अध्यादेश संख्या एक) को जारी करने के कारणों का विवरण भी सदन की मेज पर रखा।
इसी प्रकार उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी ने राजस्थान माल एवं सेवाकर द्वितीय (संशोधन) विधेयक 2025 को भी पुरस्थापित किया गया। इसके बाद करीब ग्यारह बजकर 13 मिनट पर अध्यक्ष ने विपक्ष के सदस्यों से एक बार फिर अपील करते हुए कहा कि सदन में शोकाभिव्यक्ति होगी अब तो अपनी जगहों पर बैठे। बाद में विपक्ष के सदस्य शांत हो गए और श्री देवनानी ने पूर्व राज्यपाल ला गणेशन एवं सत्यपाल मलिक एवं पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन एवं विजय रुपाणी तथा पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं राजस्थान विधानसभा की सदस्य रही डा गिरिजा व्यास, पूर्व सांसद एवं पूर्व विधायक कर्नल सोनाराम, पूर्व मंत्री मदन कौर एवं सोहन सिंह एवं पूर्व विधायक किसनाराम नाई द्वारा राजनीतिक, सामाजिक एवं अन्य क्षेत्रों में दी गई सेवाओं का उल्लेख किया और सदन में इन दिवंगत लोगों को श्रद़धांजलि अर्पित की गई।
सदन में पहलगाम के निकट बैसरन घाटी में हुए आतंकवादी हमले के मृतकों, अहमदाबाद में एयर इंडिया की भीषण विमान दुर्घटना के मृतकों, उत्तराखंड के धराली में बादल फटने से घटित आपदा के मृतक, हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर के कई जिलों में हुई भारी बारिश एवं भूस्खलन के कारण हुए हादसों के मृतकों को भी श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान दो मिनट का मौन रखा गया।
इसके बाद श्री देवनानी ने सदन की कार्यवाही 11 बजकर 30 मिनट पर तीन सितंबर पूर्वाह्न 11 बजे तक स्थगित कर दी।