ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन की तस्करी करने वाले गिरोह के चार अपराधी गिरफ्तार

- बिहार से मिनरल वाटर बताकर अवैध रूप से मंगवाई जा रही ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन
लखनऊ{ गहरी खोज }: उत्तर प्रदेश की स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) ने शनिवार को अन्तरराज्यीय स्तर पर अवैध रूप में ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन की तस्करी करने वाले गिरोह के चार अपराधी पारा के पास से गिरफ्तार किए हैं। अभियुक्तों के पास से 39 बोरी में ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन और निर्माण से सम्बंधी सामग्री बरामद हुई है। इंजेक्शन की कीमत करीब दो करोड़ रुपये है।
अपर पुलिस अधीक्षक एसटीएफ लाल प्रताप सिंह ने बताया कि टीम को सूचना मिली कि कुछ लोग सदरौना रोड की ओर जाने वाले मार्ग के पास एक सरकारी विद्यालय के बगल में एक मकान में मिलावटी ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन बनाया जा रहा है। इसके बाद एसटीएफ और औषद्यि विभाग टीम ने मकान में छापा मारकर भारी चार युवकों को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में अभियुक्तों ने अपना नाम लखनऊ के ठाकुरगंज निवासी इरफान, रहीमाबाद निवासी दिलदार अली, लखीमपुर खीरी के ईसानगर निवासी शहनवाज और रायबरेली का रहने वाला मो.सोहेब है। उन्हाेंने स्वीकारा कि उनका एक गिरोह है। जो लखनऊ और आसपास के जिलों में अवैध रूप से ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन की सप्लाई करते हैं। यह लोग बिहार से हाई डेनिसिटी से ऑक्सीटोसिन इंजेक्शन पार्सल से मिनरल वाटर बताकर मंगाते हैं। जिससे जरूरत के हिसाबा से एम्पुल में पैक कर उसकी सप्लाई की जा रही है। इसका उपयोग पशुओं के दुध निकालने, सब्जियों और फलों को कम समय से अधिक विकसित करने के लिए किया जाता हैं। यह इंजेक्शन जानवरों समेत जनमानस के लिए भी खतरनाक है। एएसपी ने बताया कि अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है। उनके गिरोह में शामिल अन्य अपराधी और बिहार राज्य में बड़े पैमाने पर की जा रही अवैध सप्लाई के बारे में पता लगाया जा रहा है। शीघ्र बड़ा खुलासा किया जाएगा।