फिजी के प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति मुर्मु से की मुलाकात

नई दिल्ली{ गहरी खोज }:भारत दौरे पर आये फिजी के प्रधानमंत्री सिटिवेनी लिगाममादा राबुका ने सोमवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से राष्ट्रपति भवन में शिष्टाचार भेंट की। राष्ट्रपति मुर्मु ने प्रधानमंत्री राबुका और उनके प्रतिनिधिमंडल का स्वागत करते हुए, अगस्त 2024 में अपने फिजी दौरे को स्नेहपूर्वक याद किया। उन्होंने कहा कि उस समय जनजातीय बुजुर्गों द्वारा दिया गया पारंपरिक स्वागत और भारतीय मूल के समुदाय के साथ हुए उनके संवाद अविस्मरणीय रहे। उन्होंने इस समुदाय की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि इससे भारत और फिजी के बीच आपसी समझ और मित्रता गहरी हुई है।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और फिजी के बीच लंबे समय से प्रगाढ़ संबंध हैं, जिनमें गिरमिटिया समुदाय का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है। इसने फिजी की बहुसांस्कृतिक पहचान, विविध समाज और अर्थव्यवस्था के निर्माण में अहम भूमिका निभाई है।
उन्होंने कहा कि भारत, फिजी की प्राथमिकताओं—स्वास्थ्य, क्षमता निर्माण, प्रशिक्षण और जलवायु लचीलापन—के क्षेत्रों में उसके सामाजिक-आर्थिक विकास में भागीदार होने पर गर्व महसूस करता है। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत प्रशांत द्वीपीय देशों (पीआईसी) के साथ अपने संबंधों और विकास साझेदारी को मज़बूत करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिनमें फिजी एक विशेष भागीदार बना हुआ है। राष्ट्रपति ने इस अवसर पर आज फिजी में सुपर-स्पेशियलिटी अस्पताल स्थापित करने के लिए हुए समझौता ज्ञापन का स्वागत किया और इसे स्वास्थ्य क्षेत्र में सहयोग की दिशा में मील का पत्थर बताया।
उन्होंने कहा कि क्षमता निर्माण भारत-फिजी संबंधों का एक महत्वपूर्ण स्तंभ रहा है और आईटीईसी कार्यक्रमों के माध्यम से फिजी के अधिकारियों को भारतीय संस्थानों में प्रशिक्षण दिया जाता है। राष्ट्रपति ने यह भी उल्लेख किया कि भारत में डिजिटल तकनीकों ने वित्तीय समावेशन में क्रांतिकारी परिवर्तन किया है और भारत फिजी के साथ यूपीआई, जन-धन और आधार जैसी पहलों का अनुभव साझा करने के लिए तैयार है।
राष्ट्रपति ने प्रसन्नता व्यक्त की कि फिजी सरकार ने भारत के साथ संबंधों को सुदृढ़ करने को प्राथमिकता दी है। दोनों नेताओं ने विश्वास व्यक्त किया कि प्रधानमंत्री राबुका की यह यात्रा आपसी सहयोग के नए आयाम खोलेगी और दोनों देशों की जनता को लाभान्वित करेगी।