एनएलबी सर्विसेज की जीसीसी में प्रवेश की घोषणा; पांच साल में 20 लाख डॉलर के राजस्व का लक्ष्य

मुंबई{ गहरी खोज }: वैश्विक प्रौद्योगिकी एवं डिजिटल प्रतिभा समाधान प्रदाता एनएलबी सर्विसेज ने वैश्विक क्षमता केंद्र (जीसीसी) खंड में प्रवेश की सोमवार को घोषणा की। कंपनी ने अगले पांच वर्ष में 20 करोड़ अमेरिकी डॉलर का राजस्व हासिल करने का लक्ष्य रखा है। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। कंपनी ने अपने जीसीसी खंड के मुख्य व्यवसाय अधिकारी (सीबीओ) के रूप में अभिलाष राघवन की नियुक्ति की भी घोषणा की, जो वैश्विक व्यापार रणनीति का नेतृत्व करेंगे एवं प्राथमिकता वाले बाजारों में विकास को गति देंगे। राघवन भारत तथा उत्तरी अमेरिका, एशिया, ब्रिटेन और यूरोप के अन्य प्रमुख बाजारों में परिचालन स्थापित करने एवं बढ़ाने में मदद करेंगे।
एनएलबी सर्विसेज के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और एशिया प्रशांत प्रमुख वरुण सचदेवा ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ भारत वैश्विक स्तर पर जीसीसी के प्रमुख विस्तारों में अग्रणी बना हुआ है। हमने वैश्विक उद्यमों के लिए निरंतर परिवर्तनकारी परिणाम प्रदान करके जीसीसी परिवेश में एक मजबूत और विश्वसनीय उपस्थिति बनाई है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ अगले पांच वर्ष में हमारा लक्ष्य अपने ‘जीसीसी-एज-ए-सर्विस’ उद्यम के माध्यम से करीब 20 लाख अमेरिकी डॉलर का राजस्व अर्जित करना है।’’ जीसीसी उद्यम के लिए शुरुआत में कंपनी मध्यम-बाजार की वित्तीय प्रौद्योगिकी, बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं एवं बीमा (बीएफएसआई), खुदरा तथा दवा उद्योगों पर ध्यान केंद्रित करेगी जो तेजी से डिजिटल बदलाव की ओर बढ़ रहे हैं और कुशल समाधानों की तलाश में हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ ये क्षेत्र हमारी प्रौद्योगिकी-सक्षम जीसीसी पेशकशों के लिए एक मजबूत अनुकूलता प्रस्तुत करते हैं।’’
राघवन ने कहा, ‘‘ नवीन रणनीतियों और गहन डोमेन विशेषज्ञता का लाभ उठाकर, हमारा लक्ष्य दुनिया भर के संगठनों के लिए सतत विकास एवं परिचालन उत्कृष्टता को बढ़ावा देना है।’’ उन्होंने कहा कि एनएलबी सर्विसेज जीसीसी अक्टूबर-दिसंबर तिमाही तक भारत में शुरू हो जाएंगी और अन्य देशों में भी इसका विस्तार होगा। राघवन ने कहा, ‘‘ शुरुआत में यह भारत में इसे पेश करेंगे लेकिन यदि कोई ग्राहक अन्य बाजारों की तलाश में है, तो हम वहां (विदेशों में) भी इसकी पेशकश करके खुश होंगे।’’