जब तक एसआईटी जांच पूरी नहीं कर लेती, तब तक कोई निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता: परमेश्वर

उडुपी{ गहरी खोज }: कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने राज्य के धर्मस्थल कस्बे में पिछले दो दशकों के दौरान कई लोगों की हत्या, दुष्कर्म और शवों को सामूहिक रूप से दफनाए जाने का दावा करने वाले व्यक्ति की गिरफ्तारी के बाद कहा कि जब तक एसआईटी अपनी जांच पूरी नहीं कर लेती, तब तक कोई निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता। परमेश्वर ने कहा कि शिकायतकर्ता के बयानों के आधार पर एसआईटी जांच जारी रखेगी।
मंत्री ने शिकायतकर्ता की गिरफ्तारी और उसके कारणों के बारे में पूछे जाने पर संवाददाताओं से कहा , “यह सच है कि उसे गिरफ्तार कर लिया गया है और वह पुलिस हिरासत में है। चूंकि, जांच जारी है, इसलिए कोई जानकारी साझा नहीं की जा सकती। पुलिस (एसआईटी) जांच कर रही है। एसआईटी (विशेष जांच दल) विवरण साझा करेगी।”
उन्होंने कहा, “शिकायकर्ता को संदेह के आधार पर या किसी धारा के तहत गिरफ्तार किया गया है, ये सभी विवरण एसआईटी के पास हैं… शिकायतकर्ता की ओर से मिली शिकायत के आधार पर जांच शुरू हुई। अब जब उसे गिरफ्तार कर लिया गया है, तो उसके बयानों के आधार पर जांच जारी रहेगी।”
राज्य सरकार की ओर से गठित एसआईटी पिछले दो दशकों में धर्मस्थल में विभिन्न स्थानों पर हुई कई हत्याओं, बलात्कारों और शवों को सामूहिक रूप से दफनाने के आरोपों की जांच कर रही है। पूर्व सफाई कर्मी व शिकायतकर्ता चिन्नैया ने दावा किया है कि उसने 1995 से 2014 के बीच धर्मस्थल में काम किया था और उसे महिलाओं व नाबालिगों समेत कई लोगों के शवों को दफनाने के लिए मजबूर किया गया था।