कोटा, बूंदी, टोंक एवं सवाईमाधोपुर के कई क्षेत्रों में बाढ़ के हालात

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जयपुर { गहरी खोज }: राजस्थान में भारी बारिश के कारण कोटा, बूंदी, सवाईमाधोपुर एवं टोंक जिलों में नदी एवं नाले उफान पर हैं और नीचे इलाकों में पानी भर जाने से कई क्षेत्रों में बाढ़ के हालात नजर आने लगे हैं और कुछ इलाकों में हालात पर काबू पाने एवं राहत कार्यो के लिए सेना को बुलाया गया हैं।
मौसम विभाग के अनुसार पिछले चौबीस घंटों में बूंदी जिले के नैनवा में सर्वाधिक 502 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई हैं वहीं बूंदी के पाटन में 310, कोटा के दिगोद में 270, बारां एवं बारां के अंता में 240-240, किशनगंज में 230, टोंक के अलीगढ़ में 220, निवाई में 210 एवं मंगरोल में 200 मिलीमीटर बरसात हुई। इसी तरह अन्य कई क्षेत्रों में भारी बारिश दर्ज की गई।
भारी बारिश के कारण बूंदी जिले के नैनवा में बाढ़ जैसे हालात बन गए। जिला कलक्टर अक्षय गोदारा के अनुसार हालात पर काबू पाने के लिए प्रशासन एवं पुलिस आपदा प्रबंध की टीमों के साथ राहत एवं बचाव कार्य में लगी हुई हैं और राहत कार्य के लिए सेना को भी बुलाया गया हैं और किसी तरह की जनहानि एवं अन्य नुकसान को बचाने के भरसक प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे पानी जमा वाले इलाको में नहीं जाये और सतर्कता बरते।
उधर प्राप्त जानकारी के अनुसार बूंदी जिले लाखेरी थाना क्षेत्र में मेज नदी के उफान पर आने के कारण दिल्ली- मुंबई एक्सप्रेस वे पर यातायात भी प्रभावित हुआ। कोटा जिले में भारी बारिश के कारण शहर के कई निचले इलाकों में पानी भर गया और एक स्कूल में कई बच्चे फंस गये। जिन्हें सुरक्षित स्थान पर लाने के प्रयास किए जा रहे हैं। कोटा की मारवाड़ चौकी क्षेत्र में नाले में उफान से वहां आवागमन बंद हैं। नदी-नालों के उफान के कारण कोटा-सांगोद मार्ग भी अवरुद्ध हो गया हैं।
टोंक जिले में भी भारी बरसात के कारण प्रसिद्ध बीसलपुर बांध के फिर लबालब हो जाने से उसके चार गेट खोलकर 60 हजार क्यूसिक से अधिक पानी की निकासी की जा रही है। इससे कई कालोनियों एवं रीको औद्योगिक क्षेत्र में पानी भर गया वहीं जिले के निवाई थाना क्षेत्र के वनस्थली इलाके में सड़क के नदी में तब्दिल होने से जोधपुरिया धाम से आ रहे दो से अधिक लोग फंस गये जिन्हें एसडीआएफ की टीम ने सुरक्षित निकाल लिया गया हैं। निवाई थानाधिकारी रामजीलाल के अनुसार दो-सौ ढाई सौ यात्री धाम से आ रहे थे कि रास्ते में पानी के तेज बहाव में फंस गये जिन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। ये लोग एक ट्रक और कई पैदल आ रहे थे। इससे पहले निवाई क्षेत्र में बने बाढ़ के हालात का जिला कलक्टर ने जायजा भी लिया।
सवाईमाधोपुर में भारी बारिश के बाद कई क्षेत्रों में पानी भर गया जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ। इस दौरान बिलोपा गांव में एक तालाब के टूट जाने से गांव टापू बन गया हैं। उधर धौलपुर में सरमथुरा का प्रसिद़ध दमोह झरने पर आ रहे लोगों को इससे पांच सौ मीटर दूर रहने की हिदायत दी गई हैं।

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