खेल मंत्रालय को जन व राष्ट्रीय भावनाओं को ठेस पहुंचाने का कोई हक नहीं :- शिवसेना

जम्मू{ गहरी खोज }: पिछले 4 दशकों से पाकिस्तान प्रयोजित आंतकवाद जम्मू-कश्मीर में हजारों मासूम व बेगुनाहों को निशाना बना चुका है, पाकिस्तान की नापाक व कायराना हरकतें आपरेशन सिंदूर के बाद भी जारी है, पहलगाम जैसे नरसंहार के आंसू अभी सूखे भी नहीं है और खेल मंत्रालय ने एशिया कप में भारत-पाकिस्तान मैच को हरी झंडी दिखा 146 करोड़ लोगों की राष्ट्रीय भावनाओं को आहत किया है । जनता मैच प्रसारण करने वाले चैनलों का बायकॉट करें व यूएई में बसे भारतीय किसी भी सूरत में मैच को न होने दें , यह कहना है शिवसेना यूबीटी जम्मू-कश्मीर ईकाई प्रमुख मनीश साहनी का।
पार्टी प्रदेश मध्यवर्ती कार्यालय में पत्रकारों से विशेष बातचीत करते हुए शिवसेना(यूबीटी) प्रदेश प्रमुख मनीश साहनी ने खेल मंत्रालय के एशिया क्रिकेट कप में 14 सितंबर को भारत-पाकिस्तान के बीच होने जा रहे किक्रेट मैच को हरी झंडी दिखाने पर कड़ी आपत्ति जताई है। साहनी ने कहा कि आंतकवाद का पालन-पोषण करने वाले पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय व बहुपक्षीय किसी भी स्तर पर खेल संबंध बर्दाश्त नहीं किए जा सकते । उन्होंने कहा कि खेल मंत्रालय के निर्णय पर पूरे देश में भारी आक्रोश है। खेल मंत्रालय को 146 करोड़ जनता की राष्ट्रीय भावना को आहत करने का कोई हक नहीं है।
साहनी ने कहा कि अगर खेल मंत्रालय अपनी ज़िद पर अड़ा रहता है तो देश की जनता मैच प्रसारण करने वाले चैनलों का बायकॉट करने व यूएई में रह रहे सच्चे भारतीय को 1999 में दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान की यादे ताजा करें (जब शिव सैनिकों ने भारत पाकिस्तान के बीच मैच का विरोध करते हुए रातोंरात पिच को खोद डाला था)। साहनी ने कहा कि पार्टी हाईकमान से युवा ईकाई के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे भी मैच रद्द करने को लेकर लगातार आवाज बुलंद कर रहे हैं।