आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के सांसदों में बेचैनी के कारण उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले राजग में घबराहट : राउत

मुंबई{ गहरी खोज }: शिवसेना (उबाठा) के नेता संजय राउत ने शुक्रवार को दावा किया कि भाजपा उपराष्ट्रपति चुनाव में समर्थन जुटाने के लिए ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक दलों से संपर्क कर रही है, क्योंकि आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सांसदों में ‘बेचैनी’ है तथा उसे (भाजपा को) ‘क्रॉस-वोटिंग’ का डर है।
उन्होंने संकेत दिया कि जिस तरह 2007 के राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा की तत्कालीन सहयोगी शिवसेना ने कांग्रेस के नेतृत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की उम्मीदवार प्रतिभा पाटिल का समर्थन किया था, क्योंकि वह महाराष्ट्र से थीं, उसी तरह राजग को भी डर है कि आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के सांसद विपक्षी उम्मीदवार सुदर्शन रेड्डी का समर्थन कर सकते हैं।
राउत ने कहा,‘‘क्या आप (राजग के लोग) इस बात से डरे हुए हैं कि क्रॉस-वोटिंग होगी?….नकली शिवसेना (एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना का हवाला) द्वारा क्रॉस-वोटिंग होगी….कागजों पर (राजग के पास) बहुमत है, लेकिन (विपक्ष का) उम्मीदवार आंध्र प्रदेश से है। तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में (राजग सांसदों के बीच) बेचैनी है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘राहुल गांधी द्वारा बिहार और देश में कई अन्य जगहों पर बनाए गए माहौल के कारण क्रॉस-वोटिंग की संभावना है।’’
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस हफ़्ते की शुरुआत में शिवसेना (उबाठा) के प्रमुख उद्धव ठाकरे और राकांपा (एसपी) के अध्यक्ष शरद पवार से बात की थी तथा नौ सितंबर को होने वाले उपराष्ट्रपति चुनाव में उनका समर्थन मांगा था।
इस पर टिप्पणी करते हुए, राउत ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी उन्हीं पार्टियों से वोट मांग रही है, ‘‘जिन्हें उसने तोड़ा था’’। राज्यसभा सदस्य ने कहा कि ठाकरे और पवार से बात करना ऐसे चुनावों में राजनीतिक शिष्टाचार का हिस्सा है, लेकिन शिवसेना (उबाठा) विपक्षी उम्मीदवार को वोट देगी। उन्होंने कहा कि ठाकरे ने ‘तानाशाही’ के खिलाफ लड़ने का दृढ़ रुख अपनाया है।
राउत ने कहा, ‘‘आप (राजग के लोग) दावा करते हैं कि आपके पास बहुमत है… तो आप वोट क्यों मांग रहे हैं और आपको ऐसा करने का क्या अधिकार है।’’ राजग ने उपराष्ट्रपति पद के लिए महाराष्ट्र के राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन को उम्मीदवार बनाया है, जबकि ‘इंडिया’ गठबंधन ने उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश बी सुदर्शन रेड्डी को मैदान में उतारा है।