गुजरात में पिछले 24 घंटों में 33 जिलों के 212 तालुकाओं में हुई भारी बारिश, डैम हुए लबालब

22 अगस्त से 25 अगस्त, 2025 तक मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी
गांधीनगर{ गहरी खोज }: गुजरात में बारिश के मौसम के बीच पिछले 24 घंटों में राज्य के करीब तीन दर्जन जिलों में भारी बारिश हुई है। इससे विभिन्न इलाकों में जलभराव हो गया है। सड़कें जलमग्न हैं। लोगों के घरों में पानी घुस गया है और उनकाे घरों से निकलने में बहुत परेशानी हो रही है। कई इलाकों में आवागमन पर भी असर पड़ा है। भारी बारिश के कारण राज्य के डैम भी लबालब हो गए हैं। यह जानकारी राज्य आपातकालीन ऑपरेशन सेंटर (एसईओसी), गांधीनगर की रिपोर्ट में दी गई है।
एसईओसी केंद्र के अनुसार राज्य के 33 जिलों के 212 तालुकाओं में भारी बारिश हुई है। इसमें सबसे अधिक वलसाड जिले के पारडी तालुका में 4 इंच और धरमपुर तालुका में 3 इंच बारिश दर्ज की गई है। इसके अलावा नवसारी के खेरगाम, वलसाड के कपराड़ा और साबरकांठा जिले के तलोद तालुका में 2 इंच से अधिक वर्षा हुई है। हालांकि प्रदेश में शुक्रवार सुबह छह बजे के बाद से कुछ जिलों में ही हल्की फुल्की ही बारिश हो रही है। इससे लोगों को राहत मिली है।
एसईओसी केंद्र के अनुसार आज 22 अगस्त, 2025 को सुबह 6:00 बजे तक राज्य में मानसून की कुल औसत वर्षा 681.14 मिमी अर्थात 77.24 प्रतिशत दर्ज की गई है। जिसमें दक्षिण गुजरात में सबसे अधिक 80.51 प्रतिशत, कच्छ क्षेत्र में 80.26 प्रतिशत, सौराष्ट्र में 77.39 प्रतिशत, उत्तर गुजरात में 75.87 प्रतिशत और सबसे कम पूर्व-मध्य गुजरात में 73.40 प्रतिशत औसत वर्षा दर्ज की गई है। भारतीय मौसम विभाग द्वारा गुजरात के समुद्र तटीय क्षेत्रों में मछुआरों को 22 से 25 अगस्त, 2025 तक समुद्र में न जाने की चेतावनी भी दी गई है। एसईओसी पोर्ट के अनुसार आज सुबह 8:00 बजे तक गुजरात की जीवनदायिनी नर्मदा डैम 80.84 प्रतिशत तथा अन्य 206 जलाशय कुल भंडारण क्षमता के 75.74 प्रतिशत तक भर चुके हैं। इसी प्रकार, पूरे राज्य में वर्षा के चलते 73 डैम को हाई अलर्ट, 35 डैम को अलर्ट और 16 डैम के लिए वॉर्निंग जारी की गई है।
राज्य में मानसून की ऋतु के दौरान 01 जून, 2025 से आज तक वर्षा के कारण प्रशासन द्वारा 5,205 नागरिकों को सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित किया गया है और 900 नागरिकों को रेस्क्यू कर बचाया गया है। इसके अतिरिक्त, प्रशासन द्वारा 12 एनडीआरएफ की टीमें तथा 20 एसडीआरएफ टीमें तैनात की गई हैं, इसके अलावा 01 एनडीआरएफ और 13 एसडीआरएफ की टीमें मुख्यालय पर रिज़र्व रखी गई हैं।