विकृतियों का समाधान संस्कार है:देवनानी

जयपुर{ गहरी खोज }: राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा है कि सनातन है तो हम है और सनातन नहीं है तो हम भी नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि जीवन्तता में भी जीवन है। विकृतियों का समाधान संस्कारों से होगा। समाज केवल ईमारतों और सडकों से ही नहीं बनता उसके लिए साथ ही मानवीय मूल्यों, सेवा और परम्पराएं भी जीवित रखने होते है। गोयनका ट्रस्ट द्वारा आयोजित सम्मान की परम्परा से उन विभूतियों को पहचान मिल रही है जिन्होंने अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देकर समाज के लिए प्रेरणा स्त्रोत बने है। यह सम्मान व्यक्तियों के साथ उनके मूल्यों का है।
देवनानी शुक्रवार को फतहपुर शेखावाटी में जमीनी स्तर पर सकारात्मक बदलाव लाने वाले गुमनाम नायकों को दिये जाने वाले गोयनका रिकग्निेशन सम्मान समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। देवनानी ने व्यापार, समाज सेवा, कला, विज्ञान, खेल –कूद, शिक्षा, साहित्य, स्वास्थ्य आदि क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले गोयनका सामुदाय के शूरवीरों को पुरस्कार प्रदान किये।
देवनानी ने कहा कि गोयनका परिवार ने शेखावाटी की धरा को आगे बढाया है। उन्होंने कहा कि जन्म स्थली को कभी नहीं भूलना चाहिए। जो जडों से अलग हो जाते है, वे हरे-भरे नहीं रह पाते है। हम कहीं भी रहें यह राजस्थान हमारा है। व्यापार जीवन का अंग है। अपनी जन्म स्थली को सेवा के माध्यम से जब भी समय मिले उसके लिए कार्य करना चाहिए। यही हमारी संस्कृति और सामाजिक जिम्मेदारी हैं। श्री देवनानी ने कहा कि राजस्थान की इस धरा ने शौर्य की गाथाएं दी है, सन्तों की वाणी दी है और व्यापारियों को निष्ठा दी है। गोयनका परिवार ने शेखावाटी की इस धरा की समृद्ध परम्परा को आगे बढाया है।
विधानसभा अध्यक्ष देवनानी ने गोयनका परिवार सहित पूरी आयोजन समिति का अभिनन्दन करते हुए कहा कि यह समारोह एक संस्कृति का उत्सव है। साथ ही यह गोयनका संगम पीढियों को जोडने वाला सेतु है। आने वाली पीढियों के लिए यह परम्परा प्रेरणा और ऊर्जा का स्त्रोत रहेगी। सेवा उद्यम और संस्कृति की इस परम्परा से सामाजिक सेवा और मानव कल्याण को नई दिशा मिलेगी। उन्होंने कहा कि 21वीं शताब्दी भारत की होगी, यह भविष्यवाणी अब प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में साकार हो रही है। राष्ट्र का सम्मान पूरे विश्व में बढता ही जा रहा है। भारत को हर क्षेत्र में सफलता मिल रही है।
राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने शुक्रवार को सालासर धाम पहुँचकर बालाजी के दर्शन किए। देवनानी ने मंदिर में पूजा-अर्चना कर देश और प्रदेश की खुशहाली की कामना की। मंदिर पहुँचने पर प्रबंधकगण ने देवनानी का दुपट्टा और माला पहनाकर तथा स्मृति चिन्ह भेंट कर अभिनन्दन किया।