सतपुड़ा टाइगर रिजर्व से सटे जंगल क्षेत्र में नदी किनारे मिला टाइगर का शव

नर्मदापुरम{ गहरी खोज }: टाइगर स्टेट मध्य प्रदेश में फिर एक बाघ की मौत हो गई। नर्मदापुरम जिले में सतपुड़ा टाइगर रिजर्व से सटे जंगल क्षेत्र में वन विभाग के गश्ती दल काे शुक्रवार सुबह तवा नदी के किनारे बाघ का शव मिला। फिलहाल शिकार की आशंका जताई जा रही है। यह जिले में पिछले 10 दिन में टाइगर की दूसरी मौत है। इससे पहले 12 अगस्त को मढ़ई के कोर क्षेत्र में टाइगर पानी में मृत मिला था।
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व से सटे जंगल क्षेत्र में वन विभाग के गश्ती दल काे शुक्रवार सुबह 10.30 बजे तवा नदी के किनारे बाघ का शव मिला। मोटर बोट से गश्ती कर रहे दल ने बढ़-चापड़ा घाट पर पानी में टाइगर को देखा। सूचना मिलते ही नर्मदापुरम से एसटीआर फील्ड डायरेक्टर राखी नंदा, डीएफओ मयंक गुर्जर, वाइल्डलाइफ डॉक्टर गुरुदत्त शर्मा और एसडीओ विनोद वर्मा डॉग स्क्वॉड टीम के साथ मौके पर पहुंचे। टाइगर की माैत की असल वजह पोस्टमॉर्टम रिपाेर्ट से स्पष्ट हो पाएगी।
बता दें कि इससे पहले बीते 12 अगस्त को मढ़ई के कोर क्षेत्र में लगदा कैंप के पास भी एक टाइगर पानी में मृत पाया गया था। उस समय अधिकारियों ने इसकी वजह आपसी संघर्ष बताई थी। हालांकि शुक्रवार को शव जिस क्षेत्र में मिला वह वन विकास निगम के क्षेत्र में आता है, जहां कोर और बफर क्षेत्र से दूरी होने के कारण आपसी संघर्ष की संभावना कम मानी जा रही है। ऐसे में बाघ के शिकार की आशंका जताई जा रही है। मामला वन विकास निगम क्षेत्र में होने के कारण सुरक्षा और संरक्षण की जिम्मेदारी पर सवाल उठ रहे हैं।