वाराणसी में फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़, ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के 26 आराेपित गिरफ्तार

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वाराणसी{ गहरी खोज }: उत्तर प्रदेश के वाराणसी जनपद में शेयर बाजार में निवेश और ट्रेडिंग के नाम पर फर्जी कॉल सेंटर चला रहे एक अंतरराज्यीय साइबर ठग गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है। गिरोह के सरगना समेत कुल 26 आराेपिताें को गिरफ्तार किया गया है।
डीसीपी क्राइम सरवणन टी और एडीसीपी अपराध नीतू कादयान ने संयुक्त रुप से बताया कि जिले के सिगरा चौराहे के पास स्थित एक बहुमंजिला इमारत में फर्जी कॉल सेंटर संचालित हाे रहा था। इस सूचना पर पुलिस की साइबर सेल, साइबर थाना, लक्सा और सिगरा थाने की संयुक्त पुलिस टीम ने छापेमारी की और माैके से 26 आराेपिताें काे दाेबच लिया गया। गिरफ्तार आरोपिताें में प्रमुख रूप से भरतपुर, कोरिया (छत्तीसगढ़) निवासी कृष्ण कुमार, भैरोपुर खानपुर गाजीपुर निवासी धनंजय चौहान, गणेशपुर शिवपुर वाराणसी निवासी दिव्याशु उपाध्याय, मोहनिया कैमूर (बिहार) निवासी चंदन पांडेय और दुबेपुर माफी चकिया (चंदौली) निवासी प्रखर दुबे सहित अन्य 21 अंतरराज्यीय साइबर ठगाें काे गिरफ्तार किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि फर्जी काल सेंटर को भी सीज कर दिया गया है। पूछताछ में गिरोह में शामिल अंतरराज्यीय साइबर ठगाें ने बताया कि वे देशभर में लोगों को कॉल कर निवेश और शेयर बाजार में तगड़ा मुनाफा दिलाने का झांसा देते थे। लोगों से बड़ी रकम निवेश कराई जाती थी और शुरुआत में उन्हीं के पैसों से आंशिक मुनाफा दिखाया जाता था। कुछ समय बाद बाजार में नुकसान का बहाना बनाकर उनका पूरा पैसा हड़प लिया जाता था। कुछ मामलों में तो डराने-धमकाने की भी कोशिश की जाती थी।
उल्लेखनीय है कि तीन महीने पूर्व सीबीआई की दिल्ली टीम ने भी वाराणसी में इसी प्रकार के अंतरराष्ट्रीय साइबर ठग गिरोह के एक बड़े नेटवर्क का खुलासा किया था। पुलिस टीम अब आरोपिताें के नेटवर्क, बैंक खातों और डिजिटल ट्रांजेक्शंस की जांच कर रही है ताकि पीड़ितों की संख्या और ठगी गई कुल रकम का पता लगाया जा सके।

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