नौकरियों को लेकर हिमाचल विधानसभा में हंगामा, सीएम सुक्खू ने बताए आंकड़े, सदन से बाहर गया विपक्ष

शिमला{ गहरी खोज }: हिमाचल विधानसभा के मॉनसून सत्र में बुधवार को सरकारी व निजी क्षेत्र में नौकरियों को लेकर भारी हंगामा हुआ। प्रश्नकाल के दौरान विपक्षी सदस्यों नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, विपिन परमार, सतपाल सिंह सत्ती और बिक्रम सिंह ने सरकार पर युवाओं को नौकरी के वादे पूरे न करने का आरोप लगाया, जबकि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सरकार की तरफ से अब तक दी गई नौकरियों और भविष्य में भर्ती की योजना का पूरा ब्यौरा दिया।
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार रोजगार के मामले में गंभीर है और अब तक 23,191 युवाओं को सरकारी क्षेत्र में नौकरी दी जा चुकी है। बीते दो वर्षों में 5,960 नए सरकारी पद सृजित किए गए हैं, जबकि 1,783 गैरजरूरी पद समाप्त किए गए हैं। इसके अलावा शिक्षा विभाग में 7000, पंप ऑपरेटर के 5000, नर्सिंग में 1100 स्टाफ की नियुक्ति की जा चुकी है। वन विभाग में 2061 वन मित्रों को नौकरी दी गई है। साथ ही विभिन्न विभागों में 1,300 पुलिस भर्ती के लिखित परीक्षा परिणाम भी आ चुके हैं। इसके अलावा 6200 आयों और 6000 एनटीटी की नियुक्ति अगले दो महीनों में की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि विदेशों में रोजगार के लिए हिमाचल प्रदेश इलेक्ट्रॉनिक विकास निगम को केंद्र सरकार से लाइसेंस मिला है। इसके तहत युवाओं को सऊदी अरब सहित अन्य देशों में रोजगार भेजा जा रहा है। भाजपा विधायक सतपाल सिंह सत्ती के अनुबंध भर्ती योजना को बदलकर जॉब टेªनी भर्ती योजना लाने संबंधी अनूपूरक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि इसमें सिर्फ नाम बदला गया है, बाकि कोई बदलाव नहीं किया गया है। यह भी कोर्ट के आदेश पर किया गया है।
विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाया कि विधानसभा चुनावों से पहले हर साल एक लाख नौकरियां देने का वादा किया गया था, लेकिन अब तक इतने युवाओं को रोजगार नहीं मिला है। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा हो गया है, क्योंकि कांग्रेस ने 5 साल में 5 लाख नौकरियां देने का वादा किया था, जो पूरा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि सीएम के दावे झूठे हैं और भाजपा सरकार के समय किए गए विज्ञापनों के बाद ही नौकरियां दी गई हैं।
विपक्ष ने अनुबंध पर आधारित नौकरियों को भी लेकर सवाल उठाए और सरकार से स्थायी नौकरियां देने की मांग की। सीएम सुक्खू ने कहा कि अनुबंध नौकरियों का नाम बदलकर जॉब ट्रेनी रखा गया है, जो कोर्ट के आदेशों के तहत किया गया है। उन्होंने विपक्ष को भ्रमित और सियासी ड्रामा करने वाला बताया।
जब विपक्ष के सदस्य हंगामा करते हुए सदन से बाहर चले गए, तो सीएम ने कहा कि सरकार आने वाले समय में 700 होमगार्ड, 100 जेई और 800 पटवारी सहित अन्य विभागों में सैंकड़ों पदों पर भर्तियां करेगी और कुल मिलाकर अब तक 23 हजार से अधिक लोगों को रोजगार दिया जा चुका है।