बीटेक छात्र की मौत : शारदा विवि प्रशासन के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज

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नई दिल्ली{ गहरी खोज }: बीटेक छात्र के छात्रावास में आत्महत्या करने के मामले में पुलिस ने शारदा विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। मृत छात्र के पिता ने विश्वविद्यालय के खिलाफ आत्महत्या के लिये उकसाने की शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गई। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। मृत छात्र के पिता कार्तिक चंद्र डे ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने परिवार को इस बात की सूचना नहीं दी कि उनका बेटा कक्षाओं में उपस्थित नहीं हो रहा था।
विश्वविद्यालय में बीटेक कंप्यूटर साइंस के छात्र 24 वर्षीय शिवम डे का शव शुक्रवार रात एचएनआर छात्रावास के उसके कमरे में फंदे से लटका मिला था। बिहार में पूर्णिया का रहने वाला शिवम अपने माता-पिता की इकलौती संतान था। उसके पिता एक निजी कंपनी में कर्मचारी हैं, जबकि मां गृहिणी हैं। शिवम ने कथित तौर पर आत्महत्या करने से पहले एक पत्र लिखा था, जिसमें उसने कहा था कि वह पढ़ाई का दबाव नहीं सहन कर पा रहा है और अपनी मौत के लिए खुद ज़िम्मेदार है। पत्र में पुलिस से किसी को भी हिरासत में न लेने और विश्वविद्यालय से अनुरोध किया गया था कि बची हुई फीस उसके माता-पिता को वापस कर दी जाए।
शिवम के पिता ने रविवार को नॉलेज पार्क थाने में दर्ज कराई अपनी शिकायत में कहा, ‘‘मेरा बेटा शारदा विश्वविद्यालय में बीटेक की पढ़ाई कर रहा था और एचएनआर ब्वॉयज हॉस्टल में रह रहा था। वह अगस्त 2023 से कॉलेज नहीं गया है।” शिकायत में बताया गया है कि शिवम के कई विषयों में बैकलॉग थे। पिता ने शिकायत में दावा किया, ‘‘संस्थान हमसे लगातार फीस वसूल रहा था। हमें विश्वविद्यालय से फीस के बारे में ईमेल और मैसेज आते रहते थे, लेकिन हमें कभी यह नहीं बताया गया कि शिवम कक्षाओं में नहीं आ रहा है।” शारदा विश्वविद्यालय के एक प्रवक्ता ने बताया था कि शिवम को 2022 में बीटेक पाठ्यक्रम में दाखिला दिया गया था और उसने अपना पहला वर्ष पूरा कर लिया था, लेकिन दूसरे वर्ष में उसे कठिनाई हुई और तीसरे वर्ष में जाने के लिए 5.0 सीजीपीए की न्यूनतम ग्रेड आवश्यकता को पूरा करने में असफल रहा।
प्रवक्ता ने कहा, ‘‘मार्गदर्शक सहयोग करने के लिए उसके संपर्क में थे तथा उसे इंटर्नशिप और अन्य शैक्षणिक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित कर रहे थे।” उन्होंने कहा कि छात्र को अपना प्रदर्शन सुधारने का अवसर भी दिया गया तथा यदि वह ऐसा नहीं कर सका, तो उसे कम शुल्क पर दूसरा वर्ष दोहराने का मौका भी दिया गया। विश्वविद्यालय ने छात्र के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है और पुष्टि की है कि फीस वापस कर दी जाएगी तथा भविष्य में परिवार को सभी आवश्यक सहायता दी जाएगी। मृत छात्र के परिवार ने दावा किया था कि शिवम उनके साथ वैष्णो देवी की धार्मिक यात्रा के बाद दो अगस्त को विश्वविद्यालय लौटा था। वह घर पर सामान्य था और उसमें अवसाद के कोई लक्षण नहीं देखे गए थे।

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