-मुन्नी देवी में हमेशा जनसेवा की ललक दिखाई :पुष्कर सिंह

सदन में पूर्व विधायक मुन्नी देवी को दी गई श्रद्धांजलि
गैरसैंण{ गहरी खोज }: विधानसभा के मानसून सत्र के पहले दिन मंगलवार को सदन में हंगामा के बाद चमोली जिले के थराली विधानसभा क्षेत्र की पूर्व विधायक मुन्नी देवी शाह को श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सहित पक्ष और विपक्ष सभी सदस्याें ने मुन्नी देवी को श्रद्धांजलि दी।
इस माैके पर मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि मुन्नी देवी शाह का जीवन समाज के लिए समर्पित था। उन्होंने हमेशा आगे आकर समाज के लिए कार्य किया। राजनीति उनके लिए पद प्रतिष्ठा नहीं बल्कि सेवा का विषय था। पक्ष और विपक्ष दोनों के लिए एक उनका भाव रहता था। मुन्नी देवी ने अपने पति पूर्व विधायक मदन लाल शाह की माैत के बाद न केवल अपने परिवार को संभाला बल्कि उनकी राजनीतिक विरासत को भी आगे बढ़ाया। वे जनता से सीधा संवाद करने में विश्वास रखती थीं। मैं अस्पताल में उनसे मिला। बीमारी में भी वह अपने क्षेत्र के लिए चिंतित थीं। उनका सादगी सरलता हम सभी को प्रेणना देता है।
मुख्यमंत्री धामी ने मुन्नी देवी से जुड़ा एक किस्सा भी सुनाया। मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2021 में नारायणबगड़ के डुंगरी गांव में आपदा के दाैरान दो लोगों की मौत के बाद वह अपने सहयोगी सतपाल महाराज और धन सिंह रावत के साथ नारायणबगड़ पहुंचे थे। सतपाल महाराज को वहीं जनसमस्याओं की सुनवाई के लिए रूकना पड़ा, जबकि वह और धन सिंह रावत पैदल ही डुंगरी गांव के लिए निकल पडे़ थे। चार-पांच किलोमीटर की दूरी पर डुंगरी गांव था। खराब स्वास्थ्य होने के बावजूद स्वर्गीय मुन्नी देवी गांव में प्रभावितों के बीच मौजूद थीं। मेरे मना करने के बावजूद वह हमें रिसीव करने के लिए आधे रास्ते तक पहुंच गईं थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह जिला पंचायत अध्यक्ष चमोली और थराली विधायक भी रहीं। उन्होंने जनसेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी थी।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि मुन्नी देवी का सामाजिक सरोकारों से लगाव था। प्रभारी संसदीय मंत्री सुबोध उनियाल, मंत्री सतपाल महाराज, मंत्री धन सिंह रावत, सौरभ बहुगुणा, गणेश जोशी, विधायक मुन्ना सिंह चौहान, बद्रीनाथ विधायक लखपत बुटोला, मदन कौशिक, भरत चौधरी, अरविंद पाण्डेय, आशा नौटियाल सहित अन्य सदस्यों ने भी मुन्नी देवी को श्रद्धांजलि दी।