कोरिया के साथ संबंधों को नया आयाम देने का पक्षधर है भारत: जयशंकर

नयी दिल्ली{ गहरी खोज }: विदेश मंत्री डा़ॅ एस जयशंकर ने कहा है कि दक्षिण कोरिया के साथ रणनीतिक साझेदारी की 10वीं वर्षगांठ पर भारत दोनों देशोंं के बीच संबंधों को प्रगाढ बनाने तथा इन्हें नयी ऊंचाई पर ले जाने का इच्छुक है।
डा़ॅ जयशंकर ने भारत यात्रा पर आये दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री चो ह्यून के साथ बैठक से पहले शनिवार को यहां अपने प्रारंभिक वक्तव्य में कहा कि दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी के दसवें वर्ष में भारत परस्पर संबंधों को नयी ऊंचाई पर ले जाने का पक्षधर है। उन्होंने उम्मीद जतायी कि दोनों के बीच यह बैठक सार्थक रहेगी।
विदेश मंत्री चो का स्वागत और उन्हें कोरिया का विदेश मंत्री चुने जाने पर बधाई देते हुए डा़ॅ जयशंकर ने कहा कि अपने पुराने मित्र का नए सहयोगी के रूप में स्वागत करते हुए उन्हें प्रसन्नता हो रही है। उन्होंने कहा कि कोरिया के राष्ट्रीय दिवस और भारत के स्वतंत्रता दिवस के ठीक एक दिन बाद उनका भारत यात्रा पर आना दोनों देशों के बीच रिश्तों के महत्व को दर्शाता है।
डा़ॅ जयशंकर ने कोरिया के राष्ट्रीय मुक्ति दिवस की शुभकामनाएं देते हुए का कहा ,“ यह यात्रा कई मायनों में बहुत ही महत्वपूर्ण समय पर हो रही है – यह हमारी विशेष रणनीतिक साझेदारी की 10वीं वर्षगांठ है, और मुझे कनाडा के कनानसकिस में आपके राष्ट्रपति से मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री के साथ रहने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। वैसे यह एक बहुत ही अच्छी मुलाकात थी और मैं आपको बताना चाहूँगा कि उनके बीच बहुत गहरा रिश्ता था।”
उन्होंने कहा कि भारत चाहता है कि आज की बैठक में दोनों देश इस बात पर चर्चा करें कि हम अपने संबंधों को और ऊँचे स्तर पर कैसे ले जा सकते हैं। उन्होंने कहा,“ हमें बहुत सी बातों पर चर्चा करनी है – रक्षा, सुरक्षा, व्यापार, अर्थशास्त्र, संपर्क, लोगों के बीच संबंध पर। ” उन्होंंने उम्मीद जतायी कि यह बैठक सार्थक रहेगी। विदेश मंत्री ने कहा कि भारत पहलगाम आतंकवादी हमले की कोरिया गणराज्य द्वारा निंदा किये जाने पर आभार व्यक्त करता है।