पानी के सैलाब में डूबा पाकिस्तान, हर तरफ चीख-पुकार, 154 से अधिक मौतें

खैबर { गहरी खोज }: पाकिस्तान और POK के विभिन्न हिस्सों में बीते 24 घंटे के दौरान भारी बारिश से जुड़ी घटनाओं में कम से कम 154 लोगों की मौत हो गई। कई अन्य लापता हैं। खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में अधिकतकर मौतें हुईं, जहां मूसलाधार बारिश के कारण विभिन्न जिलों में अचानक बाढ़ आ गई।
बाढ़ से कई इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं। पीओके के गिलगित-बाल्टिस्तान में काराकोरम राजमार्ग और बाल्टिस्तान राजमार्ग सहित प्रमुख सड़कें अवरुद्ध हो गईं। स्थानीय सरकारी अधिकारियों ने बताया कि बुनेर जिले में कुल 75 लोग मारे गए, मनसेहरा में 17 और खैबर पख्तूनख्वा के बाजौर और बटाग्राम जिलों में 18-18 लोग मारे गए।
प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रवक्ता फैजी ने बताया, “प्रांत के कुछ हिस्सों में वीरवार रात से बादल फटने और उसके बाद अचानक आई बाढ़ के कारण बच्चों सहित 125 से अधिक लोगों की मौत हो गई।” उन्होंने बताया कि बचाव दल और स्थानीय निवासियों ने शव बरामद कर लिए हैं। हालांकि, फैजी ने कहा कि मृतकों की संख्या में वृद्धि होने की आशंका है क्योंकि प्रभावित क्षेत्रों में अभी भी बड़ी संख्या में लोग लापता हैं।
अधिकारियों ने बताया कि गिलगित-बाल्टिस्तान के घिजर जिले में अचानक आई बाढ़ के कारण आठ लोगों की मौत हो गई और दो अन्य लापता हो गए। इस दौरान कई मकान, वाहन, स्कूल और स्वास्थ्य केंद्र क्षतिग्रस्त हो गए तथा कराकोरम राजमार्ग और बाल्टिस्तान राजमार्ग कई स्थानों पर बंद हो गए। पूर्वोत्तर की नीलम घाटी में भी बड़े पैमाने पर जनजीवन प्रभावित हुआ, जहां पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया। पीओके के मुजफ्फराबाद जिले के सारली साचा गांव में एक मकान भूस्खलन की चपेट में आ गया, जिससे एक ही परिवार के छह सदस्य मलबे में दब गए और उनके मारे जाने की आशंका है।