मुर्म और मोदी ने ‘सदैव अटल’ जाकर वाजपेयी को उनकी पुण्यतिथि पर किया नमन

नयी दिल्ली { गहरी खोज }: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , कई केन्द्रीय मंत्रियों और अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने शनिवार को यहां पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्न से सम्मानित अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि पर उनकी समाधि ‘सदैव अटल’ जाकर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
श्रीमती मुर्मु और श्री मोदी तथा अनेक केन्द्रीय मंत्री सुबह ‘सदैव अटल’ पहुंचे और दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद वहां आयोजित प्रार्थना सभा में शामिल हुए।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केन्द्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा, किरण रिजिजू, गजेंद्र सिंह शेखावत तथा जदयू सांसद संजय झा और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने भी पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
श्री मोदी ने वाजपेयी को भारत के विकास और आत्मनिर्भरता की यात्रा का मार्गदर्शक बताया। प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “अटल जी को उनकी पुण्यतिथि पर स्मरण। भारत की सर्वांगीण प्रगति के प्रति उनका समर्पण और सेवा भावना सभी को एक विकसित और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए प्रेरित करती रहेगी।”
देश को सशक्त और समृद्ध बनाने में भारत रत्न वाजपेयी के योगदान को याद करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “मैं अटलजी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। उन्होंने जीवन भर एक सशक्त और समृद्ध भारत के निर्माण के संकल्प के साथ काम किया। राष्ट्र उनके अभूतपूर्व योगदान को सदैव याद रखेगा।”
श्री वाजपेयी ने 2018 में आज ही के दिन अंतिम सांस ली थी।
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अटल जी की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने श्री वाजपेयी की सिद्धांतवादी राजनीति और निर्णायक नेतृत्व की विरासत पर प्रकाश डालते हुए एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “पूर्व प्रधानमंत्री भाजपा के संस्थापक सदस्य, भारत रत्न श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने मूल्य-आधारित राजनीति को आगे बढ़ाते हुए विकास और सुशासन की एक मजबूत नींव रखी। अटल जी एक ऐसे नेता थे जिन्होंने सिद्धांतों और विचारधारा से कभी समझौता नहीं किया, भले ही इसके लिए उन्हें अपनी सरकार गंवानी पड़ी।”
करगिल युद्ध के दौरान पाकिस्तान को करारा जवाब देने में पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी की भूमिका की सराहना करते हुए उन्होंने कहा, “उनके नेतृत्व में भारत ने पोखरण में सफल परमाणु परीक्षण किए और कारगिल युद्ध में दुश्मनों को करारा जवाब दिया। अपने विचारों और कार्यों के माध्यम से अटल जी हम सभी को राष्ट्र सेवा के पथ पर चलने के लिए प्रेरित करते रहेंगे।”
भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेताओं में शुमार श्री वाजपेयी तीन बार भारत के प्रधानमंत्री रहे। श्री वाजपेयी 1996 में थोड़े समय के लिए, 1998 और 1999 में 13 महीनों के लिए और 1999 से 2004 तक पूर्णकालिक प्रधानमंत्री रहे। उन्हें आर्थिक सुधारों को आगे बढ़ाने का श्रेय जाता है जिनसे उच्च विकास दर का मार्ग प्रशस्त हुआ।