आपातकाल लगा संविधान का गला घोंटने वाले पापियों को न भूलें : मोदी

नयी दिल्ली{ गहरी खोज }: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आपातकाल को संविधान का गला घोंटने और उसकी पीठ में छुरा घोंपने वाला पाप बताते हुए शुक्रवार को लाल किले की प्राचीर से कहा कि देश की किसी भी पीढ़ी को ऐसा करने वाले पापियों को नहीं भूलना चाहिए।
श्री मोदी ने 79वें स्वतंत्रता दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा, “50 साल पहले, भारत के संविधान का गला घोंटा गया था। पीठ में छुरा घोंपा गया। देश को जेलखाना बना दिया गया। आपातकाल लगा दिया गया था। देश की किसी भी पीढ़ी को संविधान की हत्या के इस पाप को नहीं भूलना चाहिए।”
प्रधानमंत्री ने ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से अपने संबोधन में कहा, “उन्हें (देश के लोगों को) संविधान की हत्या करने वाले पापियों को नहीं भूलना चाहिए। हमें भारत के संविधान के प्रति अपने समर्पण को और मजबूत करते हुए आगे बढ़ना चाहिए। यही हमारी प्रेरणा है।”