कांग्रेस ने वीरों की शहादत को भुला दिया: केंद्रीय मंत्री

फरीदाबाद{ गहरी खोज } : कार्यक्रम में केंद्रीय बिजली, आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल ने अपने संबोधन में कहा कि आजादी से पहले देश का विभाजन होना एक ऐसी घटना थी, जिसने लाखों लोगों के जीवन को झकझोर दिया। उन्होंने कहा कि उस दौर में लोग जान बचाने के लिए नहीं, बल्कि देश प्रेम और अपने धर्म पर अडिग रहने के लिए यहां आए थे। वहां धर्म बदलकर जान, ज़मीन-जायदाद सब बच सकती थी, लेकिन उन्होंने यह रास्ता नहीं चुना। उस समय भी कहा जाता था कि आज़ादी भले देर से मिले लेकिन विभाजन नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो परिवार पश्चिमी पंजाब से आए थे, तब तो पाकिस्तान बना भी नहीं था, फिर भी उन परिवारों को ‘पाकिस्तानी’ और ‘रिफ्यूजी’ कहा जाता था।
उन्होंने कहा कि जब उस दौर में विस्थापितों को आरक्षण देने का प्रस्ताव आया, तो समाज ने एकजुट होकर कहा कि उन्हें आरक्षण नहीं चाहिए। उन लोगों ने व्यापार, शिक्षा और सामाजिक उत्थान में मेहनत और पुरुषार्थ के साथ प्रगति की। हमारी पहचान भारतीय नागरिक के रूप में है और प्रदेश के रूप में हम हरियाणवी हैं।
मनोहर लाल ने कहा कि आजादी में अनेक वीरों का योगदान रहा। कांग्रेस ने उस समय शहादत को याद करने की बजाय सब भूल जाना उचित समझा। कांग्रेस के परिवारवाद पर प्रहार करते हुए उन्होंने कहा कि यह इंदिरा गांधी के समय में शुरू हुआ, जिन्होंने लोकतंत्र की हत्या करते हुए आपातकाल लगाया। आज देश की जनता कांग्रेस को समझ चुकी है। उन्होंने कहा कि जनता ने बीजेपी को विकल्प के रूप में चुना और 2014 में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, जो एक साधारण परिवार से हैं, उनको देश की कमान सौंपी। इसी तरह नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाकर लोकतंत्र का सम्मान किया गया। वोट की चोरी के आरोपों पर उन्होंने कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि यह तो ‘चोर मचाए शोर’ की स्थिति है।