वोट चोरी पर BJP का पलटवार, नागरिक बनने से पहले वोटर बन गईं सोनिया गांधी

नई दिल्ली{ गहरी खोज }: विपक्षी राजनीतिक दलों द्वारा सरकार और निर्वाचन आयोग पर लगाए गए वोट चोरी के आरोपों के बीच भाजपा ने जवाबी हमला तेज करते हुए बुधवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी भारतीय नागरिक बनने से पहले ही मतदाता के रूप में पंजीकृत हो गई थीं।
भाजपा आईटी विभाग प्रमुख अमित मालवीय ने एक्स पर कहा, भारत की मतदाता सूची के साथ सोनिया गांधी का रिश्ता चुनावी कानूनों के घोर उल्लंघन से भरा पड़ा है। शायद यही कारण है कि राहुल गांधी अयोग्य और अवैध मतदाताओं को नियमित करने के पक्ष में हैं तथा विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के आधिकारिक निवास की मतदाता सूची की एक प्रति पोस्ट की, जिसमें दावा किया गया कि सोनिया गांधी नाम मतदाता सूची में संशोधन के दौरान जोड़ा गया था और एक जनवरी, 1980 को अर्हक तिथि माना गया था। अमित मालवीय ने दावा किया, उनका नाम पहली बार 1980 में मतदाता सूची में आया था। भारतीय नागरिक बनने से तीन साल पहले और उस समय तक उनके पास इतालवी नागरिकता थी। उन्होंने कहा कि उस समय तक उस पते पर पंजीकृत मतदाताओं में इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, संजय गांधी और मेनका गांधी शामिल थे तथा संशोधन के दौरान सोनिया गांधी का नाम जोड़ा गया। उन्होंने कहा, हम यह भी नहीं पूछ रहे हैं कि राजीव गांधी से शादी के बाद उन्हें भारतीय नागरिकता स्वीकार करने में 15 साल क्यों लगे। अगर यह चुनावी भ्रष्टाचार नहीं है, तो और क्या है।