भारत-सिंगापुर के बीच स्वास्थ्य, कौशल, सेमीकंडक्टर क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर सहमति

नयी दिल्ली { गहरी खोज } :भारत-सिंगापुर के बीच यहां बुधवार को सम्पन्न मंत्रिस्तरीय गोलमेज सम्मेलन (आईएसएमआर) में दोनों पक्षों के बीच स्वास्थ्य सेवा, कौशल विकास, डिजिटल अर्थव्यवस्था और सेमीकंडक्टर विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र में विकास सहयोग पर सहमति बनी।
सम्मेलन में केंद्रीय वित्त एवं कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारतीय दल और सिंगापुर के उप प्रधानमंत्री एवं व्यापार एवं उद्योग मंत्री गान किम योंग ने अपने दल का नेतृत्व किया।
भारतीय दल में श्रीमती सीतारमण के साथ विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और रेल, इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव भी शामिल थे।
वित्त मंत्रालय ने बताया कि दोनों पक्षों ने आईएसएमआर के तहत सहयोग और समन्यवय के लिए निर्धारित गए छह स्तंभों पर विचार-विमर्श किया, जिनमें , डिजिटलीकरण, कौशल विकास, पारिस्थितिकी की दृष्टि से विकास के स्वस्थ मार्ग , स्वास्थ्य सेवा एवं चिकित्सा, उन्नत विनिर्माण और सम्पर्क सुविधाओं को मजबूत बनाने के विषय शामिल हैं।
चर्चा के दौरान भारतीय दल ने उल्लेख किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की 2024 में सिंगापुर यात्रा के दौरान द्विपक्षीय संबंधों को एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी के स्तर तक बढ़ाया गया है।
सिंगापुर की ओर से वहां के राष्ट्रीय सुरक्षा समन्वय मंत्री एवं गृह मंत्री के षणमुगम, विदेश मंत्री विवियन बाला , डिजिटल विकास एवं सूचना मंत्री एवं गृह मंत्री सुश्री जॉसेफीनी तेओ योग ली मिन, जनशक्ति मंत्री एवं व्यापार एवं उद्योग मंत्री टैन सी लेंग और कार्यवाहक परिवहन मंत्री एवं वरिष्ठ वित्त राज्य मंत्री जेफरी सिओ ने भी बैठक में भाग लिया।
दोनों देशों के बीच इस उच्च स्तरीय वार्ता में आपसी व्यापारिक संबंधों को और मजबूत करने के बारे में चर्चा की गयी।