राज्य स्तरीय कार्यक्रम में CM नायब सिंह सैनी ने लाभार्थियों को सौंपे भूमि के पात्रता प्रमाण पत्र

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CM-16-13-8-25

चंडीगढ़{ गहरी खोज } : मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने प्रजापति समाज से आह्वान किया कि वे अपनी पारंपरिक कला को आधुनिक तकनीक से जोड़ते हुए उसे और सशक्त बनाएं। साथ ही, सरकारी योजनाओं का लाभ उठाते हुए नई तकनीकों को अपनाकर एवं अपने उत्पादों की गुणवत्ता एवं आकर्षण बढ़ाकर बाजार की मांग के अनुरूप कार्य करते हुए आगे बढ़ें।
मुख्यमंत्री कुरुक्षेत्र में प्रजापति समाज के परिवारों को पात्रता प्रमाण पत्र वितरण हेतु आयोजित एक राज्य स्तरीय समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने योजना के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र सौंपे। यह कार्यक्रम प्रदेश के सभी 22 जिलों में एक साथ आयोजित किया गया, जिसमें लगभग 1,00,000 परिवारों को भूमि पात्रता प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। योजना के तहत लगभग 1,700 गांवों में प्रजापति समाज को मिट्टी खुदाई का सामूहिक अधिकार देने हेतु पात्रता प्रमाण पत्र जारी किए गए।
यह प्रमाण पत्र ग्राम शामलात भूमि नियमावली 1964 के अंतर्गत प्रदान किए गए हैं। यह न केवल भूमि के उपयोग का अधिकार देते हैं, बल्कि प्रजापति समाज के लोगों को अपने कार्य को निर्बाध रूप से संचालित करने की कानूनी शक्ति भी प्रदान करते हैं। इन प्रमाण पत्रों के माध्यम से प्रजापति समाज के लोगों को अपनी कला को नई दिशा देने का अवसर मिलेगा, उनके सपनों को नए पंख लगेंगे और अब उन्हें अपने उत्पाद निर्माण के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा।
उल्लेखनीय है कि गत 13 जुलाई को भिवानी में आयोजित दक्ष प्रजापति जयंती समारोह में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने प्रजापति समाज को भूमि पात्रता प्रमाण पत्र प्रदान करने का संकल्प लिया था, जिसे मात्र एक माह के भीतर पूरा किया गया है। यह राज्य सरकार की कार्यशैली का प्रमाण है, जिसमें कथनी और करनी में कोई अंतर नहीं है।
प्रजापति समाज को मेहनती, ईमानदार और हुनरमंद बताते हुए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि मिट्टी के बर्तन बनाने की कला हमारी सांस्कृतिक धरोहर रही है, किंतु समय के साथ इस हुनर को वह सम्मान और अवसर नहीं मिला, जिसका प्रजापति समाज हकदार था। नई पीढ़ी को इस कला से जोड़ने के लिए आवश्यक साधन समय पर उपलब्ध नहीं कराए गए।
उन्होंने कहा कि पहले प्रत्येक गांव में प्रजापति समाज के लिए मिट्टी लेने हेतु पर्याप्त भूमि उपलब्ध होती थी, लेकिन पूर्ववर्ती सरकारों ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। कांग्रेस शासनकाल में तो प्रजापति समाज के कार्यस्थलों पर कब्जे तक कर लिए गए। इतना ही नहीं, उस समय सत्ता में बैठे लोगों ने प्रजापति समाज के खिलाफ षड्यंत्र रचकर उनका रोजगार छीनने का प्रयास किया। गांवों में 100-100 वर्ग गज के प्लॉट देने का दिखावटी वादा किया गया, और वे प्लॉट उसी भूमि पर काटे गए जहां प्रजापति समाज अपनी रोज़ी-रोटी कमाता था। ऐसी नीतियों के कारण इस समाज का रोजगार लगभग ठप हो गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार का उद्देश्य प्रजापति समाज को केवल भूमि उपलब्ध कराना ही नहीं, बल्कि एक ऐसा इको-सिस्टम तैयार करना है, जहां प्रजापति समाज का हुनर और अधिक निखरे। जब कार्य का विस्तार होगा, तो रोजगार के अवसर भी स्वतः बढ़ेंगे।
उन्होंने उपस्थित जनों से अपील करते हुए कहा कि वे “एक पेड़ मां के नाम” अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाएं और किसी भी महत्वपूर्ण अवसर पर एक पेड़ अवश्य लगाकर उसका संरक्षण करें, ताकि पर्यावरण संरक्षण में योगदान दिया जा सके। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छता अभियान में भी सक्रिय सहयोग देने का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत प्रदेश में 1 लाख से अधिक परिवारों को मकान उपलब्ध कराए जा चुके हैं और आने वाले समय में इस योजना को और तेज़ी से आगे बढ़ाया जाएगा। इस दौरान हरियाणा के विकास एवं पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्याम सिंह राणा ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ. साकेत कुमार, चेयरमैन धर्म सिंह मिर्जापुर, भाजपा जिला अध्यक्ष श्री तजेंद्र सिंह गोल्डी, जय भगवान शर्मा सहित प्रजापति समाज के अनेक गणमान्य भी मौजूद रहे।

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