एसएएस नगर भविष्य में सेमीकंडक्टर विनिर्माण केंद्र के रूप में उभरेगा : अरोड़ा

नयी दिल्ली{ गहरी खोज }: पंजाब के कैबिनेट मंत्री संजीव अरोड़ा ने बताया कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारत सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम) के तहत चार नई परियोजनाओं को मंजूरी दी है, जिनमें से एक परियोजना एसएएस नगर में स्थापित की जाएगी। भारत सरकार ने आज ओडिशा, पंजाब और आंध्र प्रदेश में 4600 करोड़ रुपये की लागत से सेमीकंडक्टर विनिर्माण इकाइयाँ स्थापित करने को मंज़ूरी दी।
उन्होंने आगे बताया कि इन चार नई परियोजनाओं में मोहाली स्थित कॉन्टिनेंटल डिवाइसेज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (सीडीआईएल) की सुविधा भी शामिल है। 1964 से भारत की अग्रणी सिलिकॉन सेमीकंडक्टर निर्माता, सीडीआईएल सेमीकंडक्टर अपनी मोहाली सुविधा में एक ब्राउनफील्ड परियोजना के साथ अपने परिचालन का निरंतर विस्तार कर रही है।
संजीव अरोड़ा ने आगे बताया कि कंपनी पावर सेमीकंडक्टर उपकरणों का उत्पादन बढ़ा रही है और कंपनी सिलिकॉन और सिलिकॉन कार्बाइड दोनों तकनीकों में उच्च-शक्ति वाले एमओएसएफईटी, आईजीबीटी, शॉट्की बाईपास डायोड और ट्रांजिस्टर के लिए विनिर्माण लाइनों का विस्तार कर रही है। इस विस्तार से वार्षिक क्षमता में 158.38 मिलियन यूनिट की वृद्धि होगी, जिससे संयंत्र की कुल क्षमता 750 मिलियन डिवाइस प्रति वर्ष हो जाएगी।
उन्होंने आगे कहा कि निर्मित उपकरण इलेक्ट्रिक वाहन और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, नवीकरणीय ऊर्जा प्रणालियों, विद्युत रूपांतरण, औद्योगिक उपकरणों और संचार अवसंरचना सहित विभिन्न अनुप्रयोगों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
उन्होंने बताया कि यह प्रस्तावित विस्तार एसएएस नगर में इलेक्ट्रॉनिक्स पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देगा और साथ ही घरेलू चिप उत्पादन को बढ़ाएगा और रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा। यह परियोजना नवाचार और तकनीकी प्रगति के लिए उद्योग और अनुसंधान संस्थानों के बीच साझेदारी के महत्व पर प्रकाश डालती है।