नशा मुक्त हिमाचल बनाने में आगे आएं युवा : मुख्यमंत्री

0
13e145402bada04bb0b6046e42d0086b

शिमला{ गहरी खोज }: अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर मंगलवार को आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने प्रदेश के युवाओं से नशे से दूर रहने और हिमाचल को नशा मुक्त बनाने के अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाने की अपील की। उन्होंने युवाओं से नशा तस्करों की सूचना पुलिस को देने का आग्रह करते हुए कहा कि राज्य सरकार नशा माफिया पर सख्त कार्रवाई कर रही है, जिसमें उनकी संपत्ति जब्त करना भी शामिल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नशे की गिरफ्त में आए लोगों के पुनर्वास के लिए सरकार प्रतिबद्ध है और इस दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के युवा देश का भविष्य हैं और हिमाचल की प्रगति सीधे तौर पर उनकी भलाई से जुड़ी है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार द्वारा लागू सुधारों का लाभ अगले पांच वर्षों में युवाओं को मिलेगा और वे गर्व से कहेंगे कि वे देश के सबसे समृद्ध राज्य से हैं।
उन्होंने बताया कि सरकार स्टार्ट-अप को बढ़ावा देने, रोजगार के अवसर सृजित करने और पर्यटन क्षेत्र में 3,000 करोड़ रुपये का निवेश करने जा रही है। होम-स्टे निर्माण के लिए 4 प्रतिशत ब्याज पर ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है, जिससे 8,000 से अधिक होम-स्टे कार्यरत हैं और किन्नौर में भारत-चीन सीमा तक पर्यटन गतिविधियां शुरू हो गई हैं।
मुख्यमंत्री ने शिक्षा सुधारों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रदेश की रैंकिंग 2021 में 21वें स्थान से अब 5वें स्थान पर पहुंच गई है। अगले सत्र से 10 राजीव गांधी राजकीय डे-बोर्डिंग स्कूल शुरू होंगे, जिनमें प्री-नर्सरी से 12वीं तक की पढ़ाई, स्विमिंग पूल, पौष्टिक भोजन और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिलेगी। 600 जेबीटी पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया जारी है।
उन्होंने बताया कि 6,000 अनाथ बच्चों को ‘चिल्ड्रन ऑफ द स्टेट’ घोषित किया गया है और डॉ. वाईएस परमार विद्यार्थी ऋण योजना के तहत केवल 1 प्रतिशत ब्याज पर 20 लाख रुपये तक के शिक्षा ऋण का प्रावधान है।
खेती के क्षेत्र में, मुख्यमंत्री ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने, गेहूं, मक्की, कच्ची हल्दी और जौ के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रदान करने और प्राकृतिक उत्पादों को उचित मूल्य की दुकानों के माध्यम से उपलब्ध कराने की घोषणा की।
कार्यक्रम में उन्होंने 12 अगस्त से 12 अक्तूबर तक चलने वाले एचआईवी जागरूकता अभियान का शुभारंभ किया, जो 6,000 गांवों और 1,500 से अधिक शैक्षणिक संस्थानों को कवर करेगा। शिमला में 50 टैक्सी चालकों को कार-बिन वितरित किए गए और 6,000 कार-बिन वितरण के दूसरे चरण की शुरुआत की गई।
इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. (कर्नल) धनी राम शांडिल ने बताया कि राज्य में एचआईवी के 6,408 मामले हैं, जिनमें से 1,453 युवा वर्ग (15-30 वर्ष) में हैं। उन्होंने युवाओं को सही दिशा और मार्गदर्शन देने की आवश्यकता पर बल दिया। कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से नशा और एचआईवी के प्रति जागरूकता संदेश दिया गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *