पाकिस्तान आतंकवाद की सबसे बड़ी फैक्ट्री, पीओके हमारा है, लेकर रहेंगे : बिट्टा

बीकानेर{ गहरी खोज }: ऑल इंडिया एंटी-टेररिस्ट फ्रंट के अध्यक्ष और आतंकवाद के खिलाफ अपनी मुखर आवाज के लिए अलग पहचान रखने वाले मनिंदरजीत सिंह बिट्टा ने मंगलवार काे बीकानेर में कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद की सबसे बड़ी फैक्ट्री है। उन्हाेंने यह भी कहा कि पीओके हमारा है, और उसे लेकर रहेंगे।
तीन दिवसीय दाैरे पर यहां आए बिट्टा ने पीबीएम अस्पताल की सीएस मूंदड़ा मेमोरियल विंग में पत्रकार सम्मेलन में देश की एकता-अखंडता, सीमा सुरक्षा और आतंकवाद पर खुलकर बयान दिए। कई आतंकवादी हमलों से बचने के बावजूद कभी पीछे न हटने वाले बिट्टा 12 अगस्त से 14 अगस्त तक बीकानेर में रहेंगे और सीमावर्ती सांचू चौकी द्वार उद्घाटन कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। बिट्टा ने कहा कि महापुरुषों के कर्म और देश की संस्कृति की रक्षा के लिए निकलना हमारा धर्म है। उन्होंने पहलगाम हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस हमले से पहले पूरा कश्मीर अमन और तरक्की की राह पर लौट रहा था, हर धर्म के लोग सुरक्षित और खुश थे, लेकिन पाकिस्तान को यह सहन नहीं हुआ। पीएम नरेंद्र मोदी धर्मनिरपेक्षता का संदेश लेकर सऊदी अरब गए, जिसे पाकिस्तान ने बर्दाश्त नहीं किया और बदले में यह हमला किया। उन्होंने दावा किया कि देश की सेनाओं ने दुश्मन को करारा जवाब देते हुए तुर्की और अमेरिका के ड्रोन तक नष्ट कर दिए।
राजनीतिक दलों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि कई पार्टियों को देश से कोई मतलब नहीं है। पहले हिंदुस्तान धर्मशाला बना हुआ था, कोई भी घुस जाता था, लेकिन मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद उस पर लगाम लगी। हिंदुस्तान सभी धर्मों का है, लेकिन अवैध घुसपैठ बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अगर दुश्मन एक गोली चलाएगा तो हम सौ गोली चलाएंगे।
धारा 370 हटने पर बिट्टा ने कहा कि पूरी दुनिया में कोई भी देश पाकिस्तान के साथ खड़ा नहीं हुआ। उन्होंने पंजाब के सोशल मीडिया को देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त बताते हुए आरोप लगाया कि इसके पीछे आईएसआई की साजिश है और कोई भी सिख संगठन इस पर आवाज नहीं उठा रहा। बिट्टा ने कहा कि भारत की मजबूती कई देशों, विशेषकर अमेरिका को भी बर्दाश्त नहीं है, लेकिन भारत जवाब देना जानता है। राष्ट्र को खतरा बाहर से ज्यादा अंदर से है। पत्रकार सम्मेलन में डी.पी.पचीसिया, संग्राम सिंह साेढ़ा, राजीव, विनाेद गाेयल, विनाेद जाेशी सहित अनेक माैजूद थे।