वाशिंगटन पुलिस पर फिलहाल राष्ट्रपति ट्रंप का नियंत्रण, जरूरत पड़ी तो सेना भी तैनात होगी

वाशिंगटन{ गहरी खोज }: संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रंप ने सोमवार को कहा कि जरूरत पड़ने पर राजधानी वाशिंगटन डीसी में सेना को भी तैनात करने से पीछे नहीं हटेंगे। राजधानी को हर हाल में अपराध मुक्त बनाया जाएगा। राष्ट्रपति ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह घोषणा करते हुए वाशिंगटन पुलिस को अपने नियंत्रण में लेने का आदेश दिया।
वह वाशिंगटन पुलिस बल अस्थायी रूप से अपने नियंत्रण में ले रहे हैं। साथ ही अमेरिकी राजधानी में अपराध से लड़ने के लिए 800 नेशनल गार्ड के सैनिकों को तैनात कर रहे हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में राष्ट्रपति ने वाशिंगटन शहर की भयावह तस्वीर पेश की। उन्होंने कहा कि राजधानी में खून के प्यासे अपराधियों और उग्र युवाओं की आवारा भीड़ का कब्जा हो गया है। वह जरूरत पड़ने पर वाशिंगटन में सेना भेजने के लिए तैयार हैं।
वाशिंगटन के अटॉर्नी जनरल ने ट्रंप की इस घोषणा की आलोचना करते हुए उसे अभूतपूर्व, अनावश्यक और गैरकानूनी बताया। ट्रंप की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कुछ प्रदर्शनकारी व्हाइट हाउस के पास जमा हो गए। व्हाइट हाउस के एक अधिकारी ने कहा कि पुलिस विभाग पर संघीय नियंत्रण 30 दिन तक चलने की उम्मीद है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में ट्रंप के रक्षा सचिव और देश के शीर्ष कानून प्रवर्तन अधिकारी भी थे। ट्रंप ने देश के पर्यटकों से आग्रह किया कि वे व्हाइट हाउस या एयर एंड स्पेस म्यूजियम देखने की अपनी यात्रा के दौरान हत्याओं और कार चोरी की भयावह कहानियों से विचलित न हों। जल्द ही राजधानी बिलकुल सुरक्षित होगी।
ट्रंप की घोषणा के बाद वाशिंगटन की मेयर म्यूरियल बोसर ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस आहूत की। उन्होंने कहा कि ट्रंप की घोषणा परेशान करने वाली है। उन्होंने विवशता जाहिर करते हुए कहा कि वह इसे रोकने के लिए कुछ नहीं कर सकतीं। 1973 का होम रूल एक्ट शहर को अपनी स्थानीय सरकार चुनने का अधिकार देता है, लेकिन राष्ट्रपति को स्थानीय कानून प्रवर्तन पर नियंत्रण स्थापित करने के लिए 30 दिनों के लिए आपातकाल की घोषणा करने की भी अनुमति देता है। उन्होंने कहा, इसमें कहा गया है कि मेयर इन अनुरोधों का पालन करेंगे। राष्ट्रपति ट्रंप की घोषणा के बाद 88 वर्षीय प्रतिनिधि एलेनोर होम्स नॉर्टन ने एक बयान जारी कर उनके इस कदम को डी.सी. के गृह शासन पर ऐतिहासिक हमला बताया।