सरकार के आग्रह के बावजूद विधायी कार्यों में बाधा डाल रहा विपक्षः रिजिजू

नई दिल्ली{ गहरी खोज }:संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने सोमवार को आरोप लगाया कि विपक्ष संसद चलने नहीं देना चाहता और सरकार के आग्रह के बावजूद महत्वपूर्ण विधायी कार्यों में बाधा डाल रहा है। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति की नासमझी और एक परिवार के कारण देश का नुकसान नहीं किया जा सकता। इस कारण सरकार हंगामे के बीच महत्वपूर्ण विधेयक पारित कराएगी।
संसद परिसर में पत्रकारों से बातचीत में मंत्रालय में अपने सहयोगी मंत्रियों के साथ केन्द्रीय मंत्री ने सरकार की मंशा को रखा। उन्होंने कहा कि सरकार महत्वपूर्ण विधेयकों पर लंबी एवं सार्थक चर्चा कराना चाहती है। हमने खेल प्रशासन और एंटी डोपिंग जैसे महत्वपूर्ण विधेयकों पर लोकसभा और राज्यसभा में चर्चा के लिए दो-दो दिन का समय तय किया था। इसके बावजूद विपक्ष हंगामा कर रहा है।
रिजिजू ने कहा, “एक आदमी की मूर्खता और एक परिवार की वजह से देश इतना नुकसान नहीं झेल सकता। कई विपक्षी सांसदों ने भी आकर कहा कि वे लाचार हैं। उनके नेता उन्हें ज़बरदस्ती हंगामा करने के लिए कहते हैं। हम हर दिन एक मुद्दे पर देश और संसद का समय बर्बाद नहीं होने देंगे। इसलिए हम महत्वपूर्ण विधेयक पारित कराएंगे।”
मंत्री ने कहा कि विपक्ष संविधान का सम्मान नहीं करता। उन्हें सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग पर भरोसा नहीं है। यहां तक की संसद पर भी भरोसा नहीं है। इस कारण वे संवैधानिक संस्थाओं पर हमला कर रहे हैं। वे विपक्ष से अपील करते हैं कि सरकार विधेयक पारित कराएगी और विपक्ष को चर्चा में भाग लेना चाहिए।
रिजिजू ने चुनाव आयोग का उदाहरण दिया और कहा कि आज विपक्ष चुनाव आयोग से मिलने वाला था। विपक्ष को कहा गया कि हर पार्टी से दो-दो सदस्य तय कर मिलें। कुल तीस सदस्यों को बुलाया गया था। हालांकि इस पर भी विपक्ष नहीं माना। वे उन 30 लोगों को तय नहीं कर पाए। अब मल्लिकार्जुन खरगे कह रहे हैं कि सभी विपक्षी सदस्य वीआईपी हैं।