इंग्लैंड टीम को सुधार की जरुरत : कोच

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स्कॉटलैंड{ गहरी खोज }: इंग्लैंड क्रिकेट टीम के कोच ब्रेंडन मैकुलम ने भारत के खिलाफ सीरीज के बाद माना है कि उनकी टीम को आगामी एशेज सिरीज से पहले सुधार करना होगा। उन्होंने कहा कि हमने उन क्षेत्रों की पहचान की है जहां इंग्लैंड की टीम कमजोर है। इसके साथ ही कोच ने कहा कि भारतीय टीम ने काफी अच्छा खेला इसलिए वह अंतिम टेस्ट में जीत की अधिकारी थी। भारतीय टीम ने पांचवें टेस्ट के अंतिम दिन जिस प्रकार खेल में 2-1 से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए 6 रन से जीत दर्ज की उससे मेजबान टीम के हाथों में आई सीरीज फिसल गयी। इससे इंग्लैंड 2018 के बाद से भारत के खिलाफ पहली सीरीज जीतने में विफल रहा। मैकुलम के कोच रहते हुए इंग्लैंड टीम अभी तक भारत या ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोई सीरीज नहीं जीत पायी है। इंग्लैंड अब सितंबर में दक्षिण अफ्रीका और आयरलैंड के खिलाफ सीमित ओवरों के प्रारुप में उतरेगी, इसलिए खिलाड़यिों के पास आराम करने और तरोताजा होने का पर्याप्त समय है।
मैकुलम कहना है कि उनका ध्यान अब इसपर रहेगा कि पिछले सात सप्ताह टीम ने कहां क्या किया। इससे वह एशेज टेस्ट की तैयारी बेहतर तरीके से कर पायेगी। मैकुलम ने कहा, ‘हम पहले सब कुछ शांत होने देंगे और हम यह पता लगाएंगे कि क्या अच्छा रहा है और फिर यह तय करना शुरू करेंगे कि हम कैसे सुधार कर सकते हैं, जिससे जब हम ऑस्ट्रेलिया पहुंचें, तो हमारे पास जीत का अवसर हो । हम जानते हैं कि हमें सुधा की जरुरत है।
उन्होंने कहा, ‘जब आप खिलाड़ियों को दबाव में अपनी सीमाओं से आगे जाकर प्रदर्शन करते हुए देखते हैं, तो आप हमेशा कुछ न कुछ नया सीखते हैं। बहुत सी चीजें हैं जिन पर हमें ध्यान देना है क्योंकि हम इसे समझने और उन क्षेत्रों का पता लगाने के लिए समय देंगे जिनमें हम सुधार कर सकते हैं। कुल मिलाकर, मुझे अपनी टीम के प्रयासों पर बहुत गर्व है। यह एक प्रतिस्पर्धी सीरीज रही है, जिसमें, कुछ खिलाड़ी चोटिल भी हुए। यह सीरीज़ ड्रॉ हो चुकी है। आप निराश हैं लेकिन आपको उनके प्रयासों पर गर्व है।
कोच के अनुसार जो कैच इस सीरीज में गिरे वह टीम के लिए भारी पड़े। साथ कहा कि जब 374 रनों का पीछा करते हुए जो रूट और हैरी ब्रूक ने इंग्लैंड को 301 पर 3 तक पहुंचा दिया था, जिसके बाद 66 रनों के अंदर सात विकेट गिरना टीम के लिए कहीं से भी अच्छा नहीं रहा।
मैकुलम ने हालांकि कहा कि एक उच्च-स्तर की विरोधी टीम के खिलाफ खेलने के दौरान हमेशा ही ऐसा हो सकता है। इंग्लैंड ने भारत की दूसरी पारी के 396 रनों में छह कैच छोड़े, जिसकी कीमत उन्हें 152 रन पड़ी। उन्होंने कहा, ‘हमने इस मैच में बहुत अच्छी कैचिंग नहीं की लेकिन पिछले कुछ सालों में हमने बहुत अच्छी कैचिंग की है। कभी-कभी एक कैच छूटने के बाद और ज्यादा कैच छूटते चले जाते हैं। अगर हमने अपने कैच पकड़े होते तो परियाम शायद कुछ और होता।

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