दुष्कर्म के अभियुक्त सचिन ने की थी अपने अधिवक्ता भान की हत्या

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लचर पैरवी के चलते सजा होने का सता रहा था डर,ब्याज के चलते अधिवक्ता के पास गिरवी रखी थी बाइक
झांसी{ गहरी खोज }: नवाबाद थाना क्षेत्र में बीते दिनों हुई अधिवक्ता भान प्रकाश की रहस्यमी मौत के प्रकरण का शुक्रवार देर शाम नवाबाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करते हुए पर्दाफाश कर दिया। दुष्कर्म के आरोपी पड़ोसी सचिन ने अधिवक्ता की हत्या मुकदमे में लचर पैरवी के चलते की थी। न्यायालय से वारंट जारी होने और ब्याज के पैसे न दे पाने के चलते अधिवक्ता द्वारा उसकी बाइक गिरवी रख लेने से वह नाराज था। साथ ही बलात्कार के मुकदमे में 19 अगस्त की तारीख लगी है, जिसमें उसे सजा होने का डर सता रहा था। इसी की खुन्नस में उसने अधिवक्ता की गला दबाकर हत्या की थी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। एसपी सिटी ज्ञानेन्द्र कुमार सिंह ने खुलासा करते हुए बताया कि 7 अगस्त की सुबह तालपुरा निवासी अधिवक्ता पूर्व गुरसराय पालिका चेयरमैन पूर्व बार संघ पदाधिकारी भान प्रकाश की सुबह कमरे में संदिग्ध अवस्था में हाथ-पैरों में रस्सी बंधी लाश मिली थी। घटना से पूरे तालपुर में सनसनी फैल गई थी। घटना की सूचना पर पुलिस के आलाधिकारी और पुलिस बल ने मौके पर पहुंच कर जांच पड़ताल करते हुए शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अधिवक्ता भान प्रकाश की मौत गला घोंटने से बताई गई थी। अगले दिन सीपरी बाजार के आवास विकास निवासी दामाद जितेंद्र वर्मा ने थाना नवाबाद में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया था कि उसके ससुर अधिवक्ता भान प्रकाश की अज्ञात व्यक्ति ने हत्या कर दी है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू की। इधर एसएसपी बीबीजीटीएस मूर्ति ने मामले को गंभीरता से लेकर नवाबाद पुलिस को खुलासा करने के निर्देश दिए थे। नवाबाद पुलिस ने विवेचना के दौरान संदेह के आधार पर तालपुरा निवासी सचिन वर्मा को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो सचिन ने पुलिस को बताया कि दो वर्ष पूर्व वह अपनी प्रेमिका से प्यार करता था जिसे वह भगा कर ले गया था। पुलिस ने उस समय मुकदमा दर्ज कर युवती को बरामद कर न्यायालय में बयान दर्ज कराए। जिसमें अपहरण के साथ बलात्कार की धारा की बढ़ोत्तरी कर दी थी। सचिन ने बताया कि उसकी मुकदमे की पैरवी न्यायालय में भान प्रकाश अधिवक्ता कर रहे थे। पुलिस के मुताबिक सचिन ने बताया कि अधिवक्ता उसकी न्यायालय में लचर पैरवी कर रहे थे, जिस कारण उसके वारंट भी हो गए थे। साथ अधिवक्ता ने पैसा ले लिया और ब्याज पर दिए पैसे के बदले उसकी बाइक भी रख ली थी। उसने बताया कि मुकदमे में अगली तारीख 19 अगस्त लगी है जिसमें उसे सजा हो सकती है। न्यायालय ने उसे वारंट जारी किए हैं। इसी से नाराज होकर उसने योजना बनाई और अधिवक्ता की गला घोंट कर हत्या कर दी थी। पुलिस ने हत्यारोपी सचिन वर्मा को जरूरी कार्यवाही पूर्ण करते हुए जेल भेज दिया है।

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